हरियाणा के जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी एवं लोक निर्माण मंत्री रणबीर गंगवा भिवानी के गांव मंढाण पहुंचे। यहां ऑर्गेनिक हरियाली नर्सरी का उद्घाटन किया। इस दौरान रणबीर गंगवा ने कहा कि घटती जोत एवं बदलते मौसम के अनुरूप किसानों को पारंपरिक खेती की जगह अधिक से अधिक नई तकनीकी व वैज्ञानिक पद्धति से खेती करने की जरूरत है। उन्होंने किसानों से आह्वान किया कि वे परंपरागत खेती को छोड़कर खेती की नवीनतम तकनीक को अपनाएं और अपनी आमदनी बढ़ाएं। पौधों से सकारात्मक ऊर्जा मिलती है। पर्यावरण संरक्षण के लिए पौधारोपण जरूरी है। कैबिनेट मंत्री ने विभिन्न प्रगतिशील किसानों को सम्मानित किया। जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी एवं लोक निर्माण मंत्री रणबीर गंगवा ने कहा कि केंद्र और प्रदेश सरकार किसानों के हितों के प्रति वचनबद्ध है। केंद्र सरकार ने किसानों की आय बढ़ाने के लिए अनेक कदम उठाए हैं, वहीं प्रदेश में अधिकतर फसलें एमएसपी के भाव पर खरीदी जा रही हैं। खेती में नई तकनीकों को अपनाएं किसान
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि खेती में नई तकनीकों को अपनाएं, ताकि प्रदेश के किसान भी उद्यमी बनने की ओर अग्रसर हों और उनकी आय में वृद्धि हो। इस प्रकार की नई-नई तकनीकों से ना सिर्फ किसानों को लाभ होगा, बल्कि प्रदेश में भी बागवानी के क्षेत्र में एक अलग पहचान बनेगी। उन्होंने किसानों से अपील कि वे परंपरागत खेती को छोड़कर बाजार की मांग के अनुसार खेती करें, इससे किसानों को बड़ा लाभ होगा तथा उनकी आय में वृद्धि होगी। इसके लिए राज्य सरकार ना केवल नि:शुल्क ट्रेनिंग देती है, बल्कि किसानों को अत्याधुनिक खेती अपनाने के लिए सब्सिडी पर कृषि यंत्र, पोली हाऊस, नैट हाऊस व अन्य तकनीकों की सहायता भी दे रही है। उन्होंने कहा कि जोतें घट रही हैं। ऐसे में कम भूमि पर अधिक मुनाफा कमाने के लिए तकनीकों का सहारा लेना होगा। ऑर्गेनिक हरियाली नर्सरी का किया उद्घाटन
कैबिनेट मंत्री रणबीर गंगवा ने कहा कि प्रदेश सरकार ने किसान, गरीब, मजदूर आदि प्रत्येक वर्ग के हित में अनेक योजनाएं बनाकर सीधा लाभ पहुंचाने का काम किया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने किसानों के हितों के लिए अनेक निर्णय लिए हैं। सरकार किसान हित के लिए दृढ़संकल्प है। उन्होंने ऑर्गेनिक हरियाली नर्सरी का रिबन काटकर उद्घाटन करने उपरांत उन्होंने नर्सरी का मुआयना किया और पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।
भिवानी पहुंचे जनस्वास्थ्य मंत्री रणबीर गंगवा:बोले- परंपरागत खेती छोड़ नई तकनीक अपनाएं किसान, पौधों से मिलती है सकारात्मक ऊर्जा
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