सिरसा जिले के मंडी डबवाली नगरपरिषद के 62 सफाई कर्मचारियों को ठेका प्रथा से हटाए जाने के बाद कर्मचारियों ने न्याय की मांग की है। कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री, गृह मंत्री, उपायुक्त सिरसा और नगर आयुक्त को ज्ञापन सौंपा और एसडीएम दफ्तर के आगे अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए। जहां पर इन कर्मचारियों ने सरकार और प्रशासन के खिलाफ खूब नारेबाजी की। उन्होंने कहा कि वे धरना जब तक खत्म नहीं करेंगे, जब तक उनकी मांगे मान नहीं ली जाती। एक साल का नया सफाई टेंडर ये कर्मचारी मार्च 2024 से मार्च 2025 तक सेवाएं दे चुके थे। 24 मार्च 2025 को एक साल का नया सफाई टेंडर हुआ। इसमें इन 62 महिला और पुरुष सफाईकर्मियों को पुनः नियुक्त किया गया था। वे 25 मार्च से 3 जून 2025 तक कार्यरत रहे। कर्मचारियों का कहना है कि ठेकेदार ने उन्हें कम वेतन दिया और भुगतान में देरी की। इसके विरोध में उन्होंने 17 मई को धरने की चेतावनी दी, धरना 23 मई को हुआ। ठेका रद्द, कर्मचारी बेरोजगार ठेकेदार ने 25 मार्च से 30 अप्रैल तक का वेतन 7200 रुपए प्रति माह की दर से दिया। यह राशि निर्धारित वेतन से कम थी। ठेकेदार ने बिना पूर्व सूचना के सभी कर्मचारियों का ठेका रद्द कर दिया। इससे कर्मचारी बेरोजगार हो गए हैं। शहर की सफाई व्यवस्था भी प्रभावित हुई है। कर्मचारियों की मुख्य मांग है कि सफाई व्यवस्था को ठेके पर न देकर सरकार सीधे पे-रोल पर नियुक्ति करे। साथ ही हटाए गए सभी 62 कर्मचारियों को डीसी रेट पर तुरंत बहाल किया जाए। अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल की चेतावनी कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि समाधान नहीं होने पर वे एसडीएम कार्यालय के बाहर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठेंगे। आरती, मनप्रीत कौर, ममता रानी, गुरदिता, सरोज, काला कुमार, किरण, सुनीता और बलजिंदर सहित अन्य कर्मचारी आंदोलन में शामिल हैं।
डबवाली में 62 सफाई कर्मी किए निलंबित:डीसी रेट पर नियुक्ति की मांग, एसडीएम ऑफिस के बाहर धरने पर बैठे
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