लगातार हो रही बारिश से उकलाना हलके के गांव लितानी समेत आसपास के गांवों में जलभराव की स्थिति गंभीर हो गई है। गांव की गलियां, तालाब और खेत पानी में डूबे हुए हैं, जिससे ग्रामीण जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है और किसानों की फसलें भारी नुकसान झेल रही हैं। हालात का जायजा लेने के लिए विधायक नरेश सेलवाल शनिवार को गांव लितानी पहुंचे। ग्रामीणों से बातचीत कर उन्होंने उनकी समस्याएं सुनीं और खेतों में जाकर नुकसान का मुआयना किया। उन्होंने बताया कि केवल लितानी ही नहीं, बल्कि चमारखेड़ा, खैरी, कंडूल, साहू, साबरवास और अग्रोहा सहित कई गांवों की फसलें भी जलभराव से नष्ट हो चुकी हैं। सेलवाल बोले- तुरंत राहत कदम उठाने चाहिए
विधायक नरेश सेलवाल ने कहा कि किसानों के सामने अगली फसल की बुआई का संकट खड़ा हो गया है। ऐसे में सरकार को तुरंत राहत कदम उठाने चाहिए। उन्होंने कहा, “गांवों और खेतों से पानी की निकासी सरकार की पहली प्राथमिकता होनी चाहिए। इसके बाद विशेष गिरदावरी कराकर किसानों को प्रति एकड़ 50 हजार रुपये का मुआवजा दिया जाए, ताकि किसान इस आपदा से उबर सकें।” कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन करेंगे
उन्होंने प्रशासन को चेतावनी दी कि यदि समय रहते जलनिकासी और मुआवजे की कार्रवाई नहीं की गई तो किसान आंदोलन का रास्ता अपनाने को मजबूर होंगे। दौरे के दौरान उनके साथ गांव लितानी के सरपंच बलवान सिंह, प्रधान बांदर लितानी, ओमप्रकाश ओमी, ओमप्रकाश डुल्ट, कैप्टन बलराज सिंह, राजबीर नैन, पूर्व सरपंच सुरेश मुवाल, धर्मपाल नंबरदार, कृष्ण नैन, हरपाल पंच, राजेश पंच, रमेश कुमार डुल्ट, गुलाब सिंह, धर्मपाल, कृष्ण पंच, सत्यवान वाल्मीकि और दर्शन सोढ़ी सहित अनेक गणमान्य लोग मौजूद रहे।
उकलाना में लगातार बारिश से जलभराव, फसलें बर्बाद:50 हजार प्रति एकड़ मुआवजे की मांग, MLA सेलवाल बोले-नहीं मिली राहत तो करेंगे आंदोलन
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