मॉडर्न एजुकेशन की बात करें तो तकनीक का जिक्र जरूर होता है. ऐसे में सवाल उठता है कि नई-नई तकनीक से फायदा पढ़ाने वाले संस्थानों का काम आसान हो रहा है या स्टूडेंट्स को ज्यादा फायदा मिल रहा है. इस मसले पर चर्चा के लिए एबीपी लाइव ने सोमवार (9 जून) को एबीपी स्मार्ट एजुकेशन कॉनक्लेव का आयोजन किया. इसमें अड्डा247 के फाउंडर एंड सीईओ अनिल नागर और नेक्स्ट एजुकेशन के को-फाउंडर एंड सीईओ बियास देव रल्हान ने एजुकेशन सेक्टर में तकनीक के फायदे पर चर्चा की.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स?
अनिल नागर ने कहा कि लोगों तक एजुकेशन को पहुंचाने में तकनीक का बहुत बड़ा हाथ है. आज हम अपने प्लेटफॉर्म पर एक साथ लाखों-करोड़ों लोगों को पढ़ा पाते हैं, जिसकी वजह टेक्नोलॉजी ही है. इससे लोगों तक सस्ती एजुकेशन भी पहुंचती है. वहीं, बियास देव रल्हान ने बताया कि पिछले 10-12 साल में टेक्नोलॉजी की मदद से जो सबसे बड़ा बदलाव हुआ है, वह यह है कि टेक्नोलॉजी की मदद से हमें एक ही जगह पर अच्छे टीचर मिल जाते हैं. अगर कोई अंग्रेजी में अच्छी तरह नहीं पढ़ा पा रहा है तो वह यूट्यूब वीडियो की मदद से सीखकर बच्चों को पढ़ा पा रहा है. तकनीक ने टीचर्स को वह टूल्स दिए हैं, जिनकी मदद से उन्हें खुद को बेहतर बनाने का मौका मिला है. इससे छात्रों का भविष्य भी बेहतर हो रहा है.
तकनीक से तोड़ दिए ये दायरे
बियास देव रल्हान ने बताया कि तकनीक ने तमाम दायरे तोड़ दिए हैं. आप किसी भी जगह पर रहकर इंटरनेट की मदद से अच्छा टीचर मिल जाता है. उनके रिकॉर्डेड अच्छे लेक्चर मौजूद हैं और अच्छी किताबें भी ऑनलाइन मिल रही हैं. इससे टीचर्स का काम वाकई आसान हुआ है, जिससे बच्चों को क्वालिटी एजुकेशन देना आसान हो गया है. वहीं, अनिल नागर ने बताया कि तकनीक की वजह से प्रतियोगी परीक्षाओं में भी शामिल होने वाले छात्रों की संख्या बढ़ी है. पहले बच्चों के लिए ज्यादा ऑप्शन नहीं थे, लेकिन अब चीजें पहुंच में हैं.
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कार्यक्रम में ये स्पीकर्स भी हुए शामिल
एबीपी न्यूज के एबीपी स्मार्ट एजुकेशन कॉनक्लेव में केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, दिल्ली के शिक्षा मंत्री आशीष सूद, Innov8 के डॉ. रितेश मलिक, एडम्स यूनिवर्सिटी के डॉ. समित राय, नेक्स्ट एजुकेशन के व्यास देव रल्हान, अड्डा247 के अनिल नागर समेत तमाम एजुकेशन एक्सपर्ट्स शामिल हुए. उन्होंने देश की शिक्षा नीति और एजुकेशन सिस्टम से जुड़े तमाम मसलों पर चर्चा की. साथ ही, बताया कि सरकार की शिक्षा नीति से बच्चों का भविष्य कैसे उज्ज्वल होगा.
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टेक्नोलॉजी से पढ़ाने वालों को फायदा या स्टूडेंट्स को? एक क्लिक में जान लें हकीकत
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