Aligarh News: उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में पिछले दिनों गौमांस ले जाने के आरोप में हिंदूवादी संगठन के लोगों ने चार मीट व्यापारियों की जमकर पिटाई कर दी थी. यह लोग एक मेटाडोर में सप्लाई के लिए मीट लेकर जा रहे थे. साथ ही भीड़ ने मेटाडोर को भी आग के हवाले कर दिया था.
मामले में मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हुआ था. जिसके बाद पुलिस ने मामले में दोनों तरफ से मुकदमा दर्ज करा था. मीट की सैंपलिंग कराकर उसको मथुरा जांच के लिए लैब भेजा गया था. अब मथुरा प्रयोगशाला से उस मीट की जांच रिपोर्ट आ गई है. उसमें बताया गया कि वह गौमांस नहीं था. हालांकि भीड़ को उस समय व्यापारियों ने भी यही बताया था कि यह गाय का नहीं भैंस का मीट है लेकिन भीड़ ने उनकी नहीं सुनी और उनकी पिटाई कर दी.
मामले में सीओ सर्जना सिंह ने क्या कहा?
मामले में सीओ सर्जना सिंह ने बताया कि दिनांक 24 मई को पनेठी साधु आश्रम मार्ग पर मीट व्यापारियों के साथ मारपीट की घटना की गई थी. पुलिस द्वारा तत्काल मौके पर पहुंचकर पीड़ितों को निकाल कर अस्पताल में भर्ती कराया गया. दोनों पक्षों की तत्काल एफआईआर पंजीकृत की गई. मारपीट करने वाले चार व्यक्तियों को जेल भेजा दिया गया. सैंपलिंग कराकर विशेष वाहन से मथुरा रवाना किया गया. अब हमें लैब की रिपोर्ट प्राप्त हो गई है. उसमें गौ मांस का होना नहीं पाया गया है. अन्य विधिक कार्रवाई की जा रही है.
अलीगढ़ में हिंदू संगठनों द्वारा मीट व्यापारियों के साथ तथाकथित मारपीट की घटना के बाद प्रदेश में सिसासी हलचल भी तेज हो गई है. इस घटना पर आम आदमी पार्टी के सांसद और नेता संजय सिंह ने योगी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा था कि लोग धर्म के नाम पर मारपीट की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं. घायल मीट व्यापारियों को 36-36 टांके लगे हैं. योगी सरकार को मामले में जांच के आदेश देने चाहिए.
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