Eid al-Adha 2025: बकरीद का त्योहार शनिवार को मनाया जाएगा. इस मौके पर सुबह ईदगाह और मस्जिदों में नमाज अदा की जाएगी. त्योहार को देखते हुए उत्तर प्रदेश में लखनऊ पुलिस ने सुरक्षा और यातायात व्यवस्था को लेकर बड़ा कदम उठाया है. पुराने लखनऊ के 27 रास्तों पर शनिवार सुबह 6 बजे से रूट डायवर्जन लागू रहेगा. यह व्यवस्था कार्यक्रम खत्म होने तक लागू रहेगी.
पुलिस ने बताया कि आपातकालीन सेवाओं से जुड़े वाहन जैसे एंबुलेंस, स्कूल वाहन, फायर सर्विस और शव वाहन इन प्रतिबंधित रास्तों से गुजर सकेंगे. इसके लिए यातायात विभाग ने कंट्रोल रूम नंबर 9454405155 जारी किया है, जिस पर लोग किसी भी तरह की जानकारी के लिए संपर्क कर सकते हैं.
यहां से गुजरेंगे वाहन
- सीतापुर रोड के वाहन पक्का पुल के बजाय डालीगंज ओवरब्रिज से होकर निरालानगर, आईटी चौराहा होते हुए जाएंगे.
- पक्का पुल खदरा साइड के वाहन पक्का पुल से पहले तिराहे से बंधा रोड या नया पक्का पुल होकर निकलेंगे.
- हरदोई रोड, बालागंज से आने वाले बड़े वाहन और सिटी बसें कोनेश्वर चौराहा, चौक चौराहा और मेडिकल कॉलेज चौराहा होकर जाएंगे.
- कोनेश्वर चौराहे से घंटाघर, बड़ा इमामबाड़ा की ओर जाने वाले वाहन चौक चौराहा, मेडिकल क्रॉस (कमला नेहरू), शाहमीना तिराहा और नीबू पार्क ओवरब्रिज होते हुए निकलेंगे.
- शाहमीना तिराहे, कैसरबाग से हरदोई रोड की ओर जाने वाले बड़े वाहन और सिटी बसें शाहमीना से बाएं मुड़कर मेडिकल कॉलेज चौराहा, चौक चौराहा होते हुए निकलेंगी.
- रकाबगंज पुल से नक्खास, यहियागंज के बजाय वाहन नाका, मेडिकल कॉलेज होकर निकलेंगे.
यहां से नहीं जा सकेंगे वाहन
- गूंगा-बहरा, रस्तोगी इंटर कॉलेज तिराहा से ऐशबाग ईदगाह की ओर.
- पीली कॉलोनी के सभी रास्ते.
- एसएन मिश्रा द्वार तिराहे से ऐशबाग ईदगाह.
- मोतीझील कॉलोनी से ऐशबाग ईदगाह.
- अंजुमन चौराहा से ऐशबाग ईदगाह।
नमाजियों के लिए खास इंतजाम
नमाजियों के वाहन मिल एरिया से बुलाकी अड्डा, लाल माधव (हैदरगंज) होते हुए सीधे ऐशबाग ईदगाह पहुंच सकेंगे. नाका से ऐशबाग की ओर भी नमाजियों के वाहन जा सकेंगे. अन्य वाहन चालकों के लिए रकाबगंज पुल, नत्था तिराहा, मवैया का रास्ता खुला रहेगा.
पुलिस ने की ये अपील
पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे सहयोग करें और यातायात नियमों का पालन करें. दरअसल, ईद के मौके पर लखनऊ के पुराने शहर में बड़ी संख्या में लोग नमाज अदा करने के लिए पहुंचते हैं. ऐतिहासिक ईदगाह में हजारों की संख्या में नमाज पढ़ने वाले लोग जुटते हैं. यही वजह है कि प्रशासन ने ट्रैफिक और सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करने के लिए रूट डायवर्जन की व्यवस्था की है.
यातायात पुलिस के मुताबिक, पुराने लखनऊ के संकरी गलियों में त्योहार के दिन भीड़ ज्यादा होती है. ऐसे में दुर्घटनाओं और जाम की आशंका रहती है. इसलिए यह फैसला लिया गया. लोगों से अपील है कि वे ट्रैफिक पुलिस की सलाह मानें, ताकि त्योहार शांति और भाईचारे के साथ मनाया जा सके.