Bakrid 2025: बकरीद के अवसर पर तमिलनाडु के कोयंबटूर में जमीयतुल अहलुल कुरान वा हदीस के सदस्यों ने मस्जिद में एक साथ मिलकर ईद की नमाज अदा की. बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग इस नमाज में शामिल हुए. इसमें धार्मिक नेताओं के साथ-साथ बड़ी संख्या में आमजन भी मौजूद थे, जिन्होंने इस त्यौहार की गरिमा को बनाए रखने का संकल्प लिया.
इस मौके पर जमीयतुल अहलुल कुरान वा हदीस के प्रमुख सदस्यों ने ईद की खुशियां साझा करते हुए सभी के लिए सौहार्द, भाईचारे और एकता का संदेश दिया. उन्होंने बकरा ईद की इस पवित्र बेला को इंसानियत की सेवा, जरूरतमंदों की मदद और एक-दूसरे के प्रति सहानुभूति बढ़ाने का अवसर बताया.
#WATCH तमिलनाडु: कोयंबटूर में जमीयतुल अहलुल कुरान वा हदीस ने बकरा ईद के लिए नमाज अदा की। pic.twitter.com/1MWpfQXh7N
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 6, 2025
कल देशभर में मनाई जाएगी बकरीद
कल यानी 7 जून 2025 को देशभर में बकरीद यानी ईद-उल-अधा बड़े धूमधाम से मनाई जाएगी. यह इस्लामी कैलेंडर के ज़ुल-हिज्जा महीने की 10वीं तारीख को मनाया जाता है और यह हजरत इब्राहीम (अलैहिस्सलाम) की अल्लाह के प्रति निष्ठा और बलिदान की याद दिलाता है. बकरीद पर मुसलमान अपने सामर्थ्य के अनुसार जानवरों की कुर्बानी देते हैं, जिसका मांस तीन हिस्सों में बांटा जाता है- परिवार, रिश्तेदार और जरूरतमंदों के लिए.
समाज में मेलजोल बढ़ाने का अवसर
इस दिन सुबह खास नमाज पढ़ी जाती है, जो मस्जिदों में अदा की जाती है. नमाज के बाद इमाम लोग खुतबा देते हैं और ईद की खुशियां मनाई जाती हैं. बकरीद भाईचारे, सहानुभूति और सामाजिक एकता का प्रतीक है. इसके साथ ही यह दिन जरूरतमंदों की मदद करने और समाज में मेलजोल बढ़ाने का अवसर भी है.
सरकार ने इस दिन को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है, जिससे सभी लोग त्योहार की खुशियां आराम से मना सकें. कोरोना से बचाव के नियमों का भी पालन किया जाएगा. देश के सभी हिस्सों में लोग एक-दूसरे को ईद मुबारक कहते हुए आपसी प्रेम और सद्भाव का संदेश देंगे. बकरीद का त्योहार समाज में इंसानियत और त्याग की भावना को मजबूत करता है.
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