छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में शिक्षा की अलख जगा रहे दो शिक्षादूतों की बीती रात नक्सलियों ने अपहरण के बाद निर्मम हत्या कर दी है. मृतक शिक्षादूतों की पहचान पिल्लूर निवासी विनोद मड्डे (32 वर्ष) के रूप में हुई है, जो कोंडापड़गु प्रा. शाला में पदस्थ था और दूसरे की पहचान सुरेश मेटा (28 वर्ष) के रूप में हुई है, जो प्रा.शाला, टेकमेटा में पदस्थ था.
नक्सलियों ने हत्या के बाद दोनों शिक्षादूत के शव को गांव के पास जंगल में फेंक दिया. ग्रामीणों के अनुसार, बीती रात अज्ञात नक्सलियों ने दोनों को जबरन घर से उठाया और कुछ ही घंटों बाद उनकी हत्या कर दी.
यह घटना फरसेगढ़ थाना क्षेत्र की है, इधर इस घटना के बाद इलाके में फैले दहशत के कारण ग्रामीण अब तक पुलिस में औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं करवा सके हैं.
हालांकि, पुलिस की ओर से इस घटना की अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है.
दोनों ही शिक्षादूत की बेहतर कार्य को देखते हुए शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने इनका सम्मान भी किया था. लंबे समय से दोनों शिक्षक टेकमेटा और कोंडापड़गु प्राथमिक शाला में ग्रामीण बच्चों को शिक्षा देने के कार्य में जुटे थे.
एसपी जितेंद्र यादव ने बताया कि अभी जनाकारी मिल रही है नेशनल पार्क के दो शिक्षादूतों की हत्या की गई है, पुलिस इस मामले में जांच कर रही है.
Bastar: पुलिस मुखबिरी के शक में नक्सलियों ने 2 शिक्षादूतों को मार डाला, दहशत में ग्रामीण
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