Benefits of Kakora: करेला सुनते ही जुबान पर कड़वाहट का एहसास होता है, लेकिन क्या आपने कभी मीठे करेले यानी ककोड़ा के बारे में सुना है? यह एक ऐसी सब्जी है, जो ना केवल स्वादिष्ट होती है, बल्कि सेहत के लिए भी बेहद लाभकारी मानी जाती है. इसे कई जगहों पर कंटोला, मीठा करेला या ककोड़ा कहा जाता है, और यह आसानी से उग भी जाता है.
दो प्रकार का होता है ककोड़ा
वाराणसी के एक्यूप्रेशर एक्सपर्ट आयुर्वेदाचार्य डॉ. अनिरुद्ध पांडेय बताते हैं कि ककोड़ा दो प्रकार का होता है — एक मीठा और एक कड़वा. हालांकि कड़वा ककोड़ा स्वाद में ज्यादा बेहतर माना जाता है, लेकिन यह कम मात्रा में मिलता है. दोनों ही प्रकार स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हैं और आयुर्वेद में इसे औषधीय महत्व प्राप्त है.
ककोड़ा दिखने में भले ही छोटा हो, लेकिन इसके भीतर विटामिन B12, विटामिन D, कैल्शियम, जिंक, मैग्नीशियम और कॉपर जैसे पोषक तत्व भरे होते हैं. इसमें कम कैलोरी और ज्यादा फाइबर होता है, जिससे यह वजन घटाने और पाचन सुधारने में सहायक है. कब्ज जैसी आम परेशानियों से राहत देने में यह बेहद कारगर है.
कई बीमारियों से लड़ने में मदद करता है ककोड़ा
डॉ. पांडेय के मुताबिक, ककोड़ा कई बीमारियों से लड़ने में मदद करता है. यह सिरदर्द, बाल झड़ना, कान दर्द, पेट संक्रमण, पीलिया, बवासीर जैसी परेशानियों में राहत देता है. इसका निम्न ग्लाइसेमिक इंडेक्स इसे डायबिटीज मरीजों के लिए फायदेमंद बनाता है. इसके अलावा यह बारिश में होने वाले दाद-खाज, खुजली, रक्तचाप, बुखार, आंखों की तकलीफ, सूजन, और लकवे जैसी स्थितियों में भी उपयोगी है.
ककोड़ा की बाहरी परत छीलकर इसे सब्जी, करी या भजिए के रूप में तैयार किया जा सकता है. इसका स्वाद चटपटा होता है और सेहत के लिए फायदेमंद भी. हालांकि, गर्भवती महिलाएं और जो लोग नियमित दवाएं ले रहे हैं, उन्हें इसका सेवन डॉक्टर की सलाह से ही करना चाहिए.
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