Bhadohi News: यूपी के भदोही में औद्योगिक विकास प्राधिकरण में तैनात एक जेई और डाक रनर को एंटी करप्शन की टीम ने 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है. नक्सा पास करने के लिए जेई ने 1 लाख 25 हजार रुपये की मांग की थी जिसमें प्रथम किस्त 50 हजार रिश्वत लेते हुए जेई विनोद कुमार और डाक रनर अमित कुमार को भ्रष्टाचार निवारण टीम ने पकड़कर पुलिस को सौंप दिया है जिसके बाद टीम आगे की विधिक कार्रवाई में जुट गई है.
ज्ञात हो कि बीते दिनों भदोही शहर कोतवाली परिसर में दो सब इन्स्पेक्टर दिलशाद खान और सुभाष बौद्ध एक बुजुर्ग व्यक्ति से जमीन संबंधित मामले में रिश्वत लेते कैमरे में कैद हुये तो वहीं तहसील में तैनात लेखपाल को भी रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा गया था जिनके खिलाफ विधिक कार्रवाई की बात कही गई थी.
नक्शा पास करने के घोटाले का हुआ पर्दाफाशभदोही शहर कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत रजपुरा तहसील के ठीक बगल में स्थित जिले का औद्योगिक विकास प्राधिकरण है जो भ्रष्टाचार को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहता है जहां वैध जमीनों के साथ साथ अवैध विवादित जमीनों का भी नक्शा बनाने का काम किया जाता है. हाल ही में एक ताजा मामला सामने आया है जहां एक भवन के नक्शा स्वीकृत करने के बदले में रिश्वत मांगी गई है.
मूसी लाटपुर गांव के रहने वाले नीरज कुमार गौड़ ने एंटी करप्शन टीम को सूचना दी थी कि औद्योगिक विकास प्राधिकरण भदोही में तैनात जेई विनोद कुमार के द्वारा नक्शा पास करने के लिए एक लाख पच्चीस हजार (125000) की रिश्वत मांगी जा रही है. भ्रष्टाचार निवारण विभाग ने सूचना मिलने के बाद ट्रैप टीम को भेजकर जेई विनोद कुमार और डाक रनर अमित कुमार को रिश्वत की प्रथम किस्त लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है. ट्रैप टीम दोनों रिश्वतखोरों को भदोही शहर से 20 किलोमीटर दूर गोपीगंज कोतवाली लेकर पहुंची जहां उन पर विधिक कार्रवाई शुरू हो गई है
ट्रैप टीम के प्रभारी ने क्या बताया?इस प्रकरण में ट्रैप टीम प्रभारी विनय सिंह ने बताया कि सूचना मिलने के बाद सभी तथ्यों की परख करते हुये आरोपी जेई विनोद कुमार और उसके सहयोगी आउट सोर्स (डाक रनर) पर काम कर रहे अमित कुमार को 50 हजार रिश्वत के रुपयों के साथ रंगे हाथ गिरफ्तार कर पुलिस को सुपुर्दगी कर आगे की विधिक कार्रवाई शुरू कर दी गई है.
हालांकि भदोही जिले में भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी करना और पकड़े जाना कोई नई बात नहीं यहां के लिये यह आम बात है कुछ पकड़े जाते है जबकि अधिकतर पकड़े नहीं जाते क्योंकि उनकी शिकायत हो नहीं पाती और जो होती है तो जेई और उसके सहायक जैसे लोग रिश्वतख़ोरी लेने वाले गिरफ्त में भी आते है लेकिन बाद में कुछ भ्रष्टाचारी किन्हीं कारणों से छूट भी जाते है पुनरावृत्ति न हो सकें.
Bhadohi News: भदोही में 50 हजार की रिश्वत लेते जेई को एंटी करप्शन टीम ने रंगे हाथों पकड़ा
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