राजस्थान के भरतपुर जिले के चिकसाना थाना क्षेत्र में विगत रविवार की शाम को मामूली कहासुनी को लेकर 5 युवकों ने एक व्यक्ति को गोली मार दी. गोली व्यक्ति के कनपटी में लगी. गोली मारने के बाद बदमाश बाइकों से फरार हो गए. गोली चलने की आवाज सुनकर ग्रामीण मौके पर पहुंचे और घायल व्यक्ति को जिला आरबीएम अस्पताल लेकर पहुंचे जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया.
अशोक (45) की परचून और ई-मित्र की दुकान है. तीन लोग बाइक पर सवार होकर दुकान पर आए उन्होंने शराब पीने के लिए 15 सौ रुपए मांगे. इसके अलावा वह उधार सामान मांगने लगे. दुकानदार ने समान और पैसे देने से मना कर दिया. दुकानदार ने उन्हें समझा कर वहां से भेज दिया. शाम मैं 6 बजे दुकानदार का बेटा मंदिर पर जा रहा था. तीनों लोगों ने रास्ते में बेटे को रोक लिया और दुकानदार के बेटे की बाइक से मोटरसाइकिल की चाबी निकाल ली और हाथापाई करने लगे.
तीनों लोगों ने पिता को मार दी गोली
उसके बाद दुकानदार के बेटे ने अपने पिता को फोन किया. बेटे के साथ झगड़े की सूचना मिलते ही पिता तुरंत मौके पर पहुंचे. इसी दौरान तीनों लोगों ने अपने दो और साथियों को मौके पर बुला लिया था. जैसे ही पिता मौके पर पहुंचे तो, तीनों लोगों ने पिता को गोली मार दी. बदमाश दो बाइकों पर थे.
3 आरोपियों को पकड़ लिया गया है
सुबह शव का पोस्टमार्टम किया जा रहा है. मृतक के परिजन आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर पोस्टमार्टम करवाने से मना कर रहे थे. बाद में पुलिस के अधिकारियों ने मृतक के परिजनों को बताया कि चार में से 3 आरोपियों को पकड़ लिया गया है. जिसके बाद परिजन शव का पोस्टमार्टम करवाने के लिए तैयार हुए.
क्या कहना है विधायक का
पूर्व मंत्री एवं भरतपुर विधायक सुभाष गर्ग ने कहा है कि बदमाशों ने एक जघन्य अपराध को अंजाम दिया है यह ऐसा अपराध है जिसकी घोर निंदा करता हूं थोड़ी सी कहासुनी के बाद बदमाशों ने सूती फुलवारे के एक वयक्ति जो परचून की दुकान चलाता है गोली मारकर उसकी हत्या कर दी. विधायक का कहना है कि उन्होंने जिला पुलिस अधीक्षक जिला कलेक्टर से बात हो गई है, पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर अन्य आरोपियों को पकड़ने के लिए टीम गठित कर बदमाशों के ठिकानों दबिश दी जा रही है. उन्होंने मृतक के परिजनों को जल्द से जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी का आश्वासन दिया. मॉर्च्युरी पर फुलवारा गांव के करीब 50 लोग मौजूद हैं. सभी में घटना को लेकर काफी रोष है.
क्या कहना का है मृतक के बेटे का
मृतक के बेटे ब्रजेश (21) निवासी फुलवारा गांव जिला भरतपुर ने बताया कि मेरे पिता अशोक (45) की परचून और ई-मित्र की दुकान है. तीन लोग बाइक से दुकान पर आए उन्होंने मेरे पिता से शराब पीने के लिए 15 सौ रुपए मांगे. इसके अलावा वह उधार सामान मांगने लगे. मेरे पिता ने समान और पैसे देने से मना कर दिया. मेरे पिता ने उन्हें समझा कर वहां से भेज दिया. इसी दौरान शाम मैं 6 बजे मंदिर पर जा रहा था. तीनों लोगों ने रास्ते में मुझे रोक लिया.
ब्रजेश ने कहा कि तीनों लोगों ने मेरी बाइक से मोटरसाइकिल की चाबी निकाल ली. उसके बाद वह मेरे से हाथापाई करने लगे. उसके बाद मैंने अपने पिता को फोन किया. मेरे पिता तुरंत मौके पर पहुंचे. इसी दौरान तीनों लोगों ने अपने दो और साथियों को मौके पर बुला लिया था. जैसे ही मेरे पिता मौके पर पहुंचे तो, तीनों लोगों ने मेरे पिता को गोली मार दी. बदमाश दो बाइकों पर थे.
क्या कहना है पुलिस का
एडिशनल एसपी सतीश यादव ने बताया कि कल चिकसाना थाना इलाके के फुलवारा गांव की घटना है. पीपला गांव के 5 असामाजिक तत्वों ने घटना को अंजाम दिया. शुरू में 3 लोग थे. जिन्होंने मृतक की दुकान पर जाकर विवाद किया. दुकान वाले के पिता समझाने आये तो, बदमाशों ने उनसे भी विवाद किया. दुकानदार के पिता अशोक को बदमाशों ने गोली मार दी. घटना के बाद 2 आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया है. बाकी के आरोपियों की तलाश में टीमें कोसी, पलवल, मथुरा की तरफ गई हैं. बदमाशों उधार सामान मांग रहे थे. मना करने पर उन्होंने विवाद किया. अशोक और उनका बेटा ब्रजेश दुकान पर बैठते थे. छोटा बेटा सचिन (18) प्राइवेट नौकरी करता है. सबसे छोटी बेटी भावना ने BSTC का पेपर दिया है. उसका सिलेक्शन हो गया है.