बिहार के आरा में शाहपुर थाना क्षेत्र के वार्ड नंबर 3 मोहल्ले में 13 जुलाई को अवैध शराब की सूचना पर छापामारी करने गई उत्पाद विभाग की टीम पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया. इस दौरान उत्पाद विभाग पर जमकर ईंट-पत्थर बरसाए गए, जिसमें विभाग के कुछ कर्मी जख्मी हो गए.
बाद में उत्पाद विभाग की ओर से फायरिंग की गई जिसमें एक को गोली लग गई इसके बाद उसे आनंद-खनन में इलाज के लिए शाहपुर रेफरल अस्पताल ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. इस घटना के विरोध में लोगों ने कार्रवाई की मांग को लेकर शाहपुर बाजार के पास सड़क जाम दिया.
SAF जवान को घर में ही बनाया बंधक
उत्पाद विभाग के जिस SAF जवान पर गोली मारे जाने का आरोप है, उसे घर में ही बंधक बना लिया. तकरीबन 5 घंटे तक सैफ जवान को ग्रामीणों ने बंधक बनाए रखा. जिसको छुड़ाने के लिए बाद में बाद शाहपुर और आसपास के थानों की पुलिस भी घटनास्थल पर पहुंची उसके बाद जगदीशपुर SDPO, SDO समेत भरी संख्या में पुलिस बल पुलिस पहुंची काफी मशक्कत के बाद पुलिस ने सड़क जाम हटाया और ग्रामीणों से बंधक बने सैफ जवान को छुड़वाकर उसे इलाज के लिए हर सदर अस्पताल भेजा जहां उसका इलाज कराया जा रहा है. वहीं मृतक के शव को शाहपुर थाना की पुलिस ने अपने कब्जे में लेकर उसे पोस्टमार्टम के लिए आरा सदर अस्पताल भेज दिया है.
स्थानीय निवासी ने बताया- कैसे लगी गोली
मिली जानकारी के अनुसार मृतक शाहपुर थाना क्षेत्र के वार्ड-3 निवासी जगदीश यादव के बेटे सुशील यादव थे. शाहपुर वार्ड नंबर 3 निवासी मनमोहन मिश्रा ने बताया कि शाहपुर नगर पंचायत में जगदीशपुर उत्पाद विभाग की टीम छापेमारी करने के लिए आई थी किसी के घर में छापेमारी हो रही थी. किसी के घर में पुलिस जाता है तो आम पब्लिक भी जुट जाती है. इसी बीच पुलिस को लगा कि पब्लिक जो है अब हम लोग को घेर कर मारेगी इसी बीच पुलिसकर्मियों के द्वारा हवाई फायरिंग किया गया इस फायरिंग में एक व्यक्ति को गोली लग गई. उसे समय हम लोग फुटबॉल का मैच खेल कर वापस लौट रहे थे इस समय हम लोग देखे कि जिसे गोली लगी वो गिरकर छटपटा रहा है. इलाज के लिए अस्पताल ले गए वहां उनका मृत घोषित कर दिया गया. जब हम वापस घटनास्थल पर लौटे तो जिस जवान पर गोली चलाने का आरोप था उसे पब्लिक ने धर लिया था, उसके बाद जिले के सारे पदाधिकारी को इस घटना की सूचना दी गई.
जो दोषी होगा उसपर कार्रवाई होगी- SDO
जगदीशपुर SDO संजीत कुमार ने बताया कि एक्साइज विभाग की टीम शराब की सूचना पर छापेमारी करने के लिए पहुंची थी इसी दौरान गोली चलने की सूचना प्राप्त हुई है. एफएसएल की टीम और हम लोग भी जांच कर रहे हैं. सैफ जवान को बंधक बनाया गया था, उनको भी चोट आई है उन्हें इलाज के लिए अस्पताल भेजा जा रहा है. इस घटना में जो भी दोषी होगा उन पर नियम अनुसार कार्रवाई की जाएगी.
ASI अजय कुमार के नेतृत्व में हुई छापेमारी- सहायक आयुक्त
उत्पाद विभाग के सहायक आयुक्त रजनीश ने बताया कि शाम को एक टीम ASI अजय कुमार के नेतृत्व में छापेमारी करने के लिए आई हुई थी. सूचना मिली है कि 7:30 के आसपास फायरिंग की घटना घटी है हमारी टीम पर हमला भी हुआ है जब हम लोग यहां आए तो पता चला की गोली चलने से एक आदमी की मौत भी हुई है इसमें जांच किया जा रहा है जांच रिपोर्ट आने के बाद विधि संवत कार्रवाई की जाएगी.
अब यह मामला जांच के दायरे में है- FSL टीम, स्थानीय प्रशासन और एक्साइज विभाग सभी मिलकर घटना की तह तक पहुंचने की कोशिश में जुटे हैं. मृतक के परिजन न्याय की मांग कर रहे हैं, वहीं प्रशासन दोषियों के खिलाफ विधिसम्मत कार्रवाई का भरोसा दे रहा है.
यह घटना एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर करती है कि शराबबंदी के नाम पर की जाने वाली कार्रवाईयों में पारदर्शिता, संयम और संवेदनशीलता की कितनी सख्त जरूरत है, ताकि जनहित और कानून दोनों की रक्षा हो सके.
Bihar: आरा में शराब की सूचना पर छापामारी करने गई उत्पाद विभाग की टीम पर हमला, जवाबी कार्रवाई में एक की मौत
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