बिहार में मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण को लेकर राजनीतिक दलों के बीच तीखी बहस जारी है। विपक्ष ने मतदाता सूची में कथित तौर पर ‘अवैध’ मतदाताओं, जैसे बांग्लादेशी, नेपाली और रोहिंग्या नागरिकों के नाम शामिल होने का आरोप लगाया है। तेजस्वी यादव ने नेपाल के साथ ‘रोटी बेटी’ के संबंध का हवाला देते हुए नेपाली नागरिकों के वोटिंग अधिकार पर सवाल उठाए। चुनाव आयोग पर पारदर्शिता की कमी और विपक्षी नेताओं को गुमराह करने का आरोप लगाया गया है। बहस के दौरान, आधार कार्ड को मतदाता पहचान के प्रमाण के रूप में स्वीकार करने और सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणियों पर भी चर्चा हुई। एक वक्ता ने कहा, “पारदर्शिता ही तो लोकतंत्र की पहली शर्त है ना?” सत्ता पक्ष ने विपक्ष के आरोपों को निराधार बताया और कहा कि वे हताशा में ऐसे आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने चुनाव आयोग की संवैधानिक भूमिका पर जोर दिया और कहा कि आयोग केवल भारत के नागरिकों को ही वोट देने का अधिकार सुनिश्चित कर रहा है।
Bihar में मतदाता सूची में ‘अवैध’ मतदाताओं के आरोप पर EC पर सवाल | Bihar Election 2025
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