भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश पर बिहार में चल रहे स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) अभियान के तहत गोपालगंज जिले में अभी तक सात लाख से अधिक मतदाता वैध दस्तावेज अब तक जमा नहीं किए है जबकि अब तक 10.5 लाख से अधिक मतदाताओं ने अपने दस्तावेज जमा कर दिए हैं. यह कुल ड्राफ्ट वोटरों का 60% से अधिक है.
जिला निर्वाचन पदाधिकारी पवन कुमार सिन्हा ने मंगलवार को बताया कि एक अगस्त तक करीब 7 लाख लोगों ने दस्तावेज जमा किए थे. कुछ ही दिनों में यह संख्या 10.5 लाख के पार पहुंच गई है. उन्होंने उम्मीद जताई कि बचे हुए 4-5 दिनों में शेष मतदाता भी दस्तावेज जमा कर देंगे.
डीईओ ने बीएलओ को निर्देश दिए हैं कि वे घर-घर जाकर संपर्क करें और निर्वाचन आयोग के जरिए मान्य 11 दस्तावेजों में से एक लेकर सिस्टम पर अपलोड कराएं, ताकि कोई भी योग्य मतदाता सूची से वंचित न रह जाए. इस निर्देश के बाद बीएलओ ढोल लेकर घर-घर जा रहे हैं और लोगों को दस्तावेज जमा करने की सलाह देरहे हैं.
डिस्ट्रिक्ट इलेक्शन ऑफिसर ने स्पष्ट किया कि आपत्ति की तिथि समाप्त होने के बाद भी मतदाताओं को अपनी बात रखने का मौका मिलेगा. बिना सुनवाई किसी का नाम मतदाता सूची से नहीं हटाया जाएगा. उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों की संख्या जिले में 1 से 2 प्रतिशत से अधिक नहीं होगी. यदि ये मतदाता एक सितंबर तक दस्तावेज जमा नहीं करते, तो उनके नाम सूची से हटाए जा सकते हैं.
जानकारी के अनुसार, एसआईआर के दौरान जिले के छह विधानसभा क्षेत्रों से अब तक 3,10,363 नाम हटाए गए हैं. इनमें मृत, स्थानांतरित, दोहरी प्रविष्टि वाले या विस्थापित मतदाता शामिल हैं. चुनाव आयोग के जरिए जारी ड्राफ्ट लिस्ट के अनुसार जिले में कुल 17,45,482 फॉर्म जमा किए गए हैं, जिनमें से 7 लाख से अधिक मतदाताओं ने अभी तक वैध दस्तावेज नहीं दिए हैं.
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