BJP के कंवरलाल मीणा की सजा माफी की अर्जी पर कांग्रेस को एतराज़, ‘सड़क से लेकर अदालत तक…’

by Carbonmedia
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Kanwar Lal Meena News: एसडीएम को सरेआम पिस्टल सटाकर जान से मारने की धमकी देने के मामले में दोषी करार दिए गए राजस्थान की औता सीट से बीजेपी के बर्खास्त विधायक कंवरलाल मीणा की सदस्यता का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है. विधायक कंवर लाल मीणा की सजा माफी की अर्जी पर राज भवन ने राजस्थान सरकार से अपनी राय देने को कहा है. इसे लेकर कांग्रेस पार्टी ने कड़ा एतराज जताया है.
विधानसभा में विपक्ष के नेता टीकाराम जूली का कहना है कि विधायक की सदस्यता बचाने को लेकर बीजेपी राजनीति में नैतिकता और लोकतांत्रिक मूल्यों की परंपरा को खत्म कर रही है. अगर गवर्नर बीजेपी विधायक की सजा को माफ करते हैं या उसे कम कर उनकी सदस्यता बहाल करने की कोशिश की जाती है तो वह पुरजोर तरीके से इसका विरोध करेंगे. 
कांग्रेस ने दी विरोध की चेतावनीफैसले को न सिर्फ सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देंगे, बल्कि लोकतांत्रिक तरीके से सड़कों पर भी इसका विरोध करेंगे. टीकाराम जूली बीजेपी विधायक कंवरलाल मीणा की सदस्यता को लेकर गवर्नर हरि भाऊ बागडे से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन भी दे चुके हैं. 
कंवरलाल मीणा को हुई थी 3 साल की सजागौरतलब है कि 20 साल पहले चुनाव के दौरान एसडीम को सरेआम पिस्तौल सटाकर जान से मारने की धमकी दिए जाने के मामले में ट्रायल कोर्ट ने बीजेपी विधायक कंवरलाल मीणा को दोषी करार देते हुए तीन साल की सजा सुनाई थी. 
टीकाराम जूली की अर्जी पर निरस्त की थी सदस्यताइस मामले में विधायक को हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट से भी राहत नहीं मिली थी. कांग्रेस ने इसे बड़ा मुद्दा बनाया था और उनकी विधानसभा की सदस्यता को तत्काल प्रभाव से रद्द किए जाने की मांग की थी. विधानसभा स्पीकर ने बीजेपी विधायक कंवरलाल मीणा की सदस्यता 23 दिन बाद तब निरस्त की थी, जब विपक्ष के नेता टीकाराम जूली ने हाई कोर्ट में अर्जी दाखिल की थी.
‘विधायक को बचाने के लिए सियासी पैंतरों का इस्तेमाल’विधायक कंवरलाल मीणा ने सदस्यता निरस्त होने के बाद गवर्नर के यहां सजा माफी की अर्जी दाखिल की है. राज भवन ने इस मामले में राजस्थान सरकार से राय देने को कहा है. विपक्ष के नेता टीकाराम जूली का कहना है कि बीजेपी अपने विधायक को बचाने के लिए सियासी पैंतरे का इस्तेमाल कर रही है. यह लोकतंत्र के खिलाफ है. अगर विधायक की सदस्यता बहाल करने की कोशिश की जाती है तो वह सड़क से लेकर अदालत तक लड़ाई लड़ेंगे.

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