दिल्ली सरकार के शिक्षा मंत्री अशीष सूद और सामाजिक कल्याण मंत्री रविंदर इंद्राज सिंह ने दिल्ली सचिवालय में संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आम आदमी पार्टी की पूर्व सरकार पर दिल्ली में दलित, पिछले और अल्पसंख्यक बच्चों को आईएएस की मुफ्त कोचिंग करवाने के नाम पर 100 करोड़ रुपये से ज़्यादा के घोटाले का आरोप लगाया है.
आम आदमी पार्टी ने इसका जवाब देते हुए कहा कि बीजेपी ने शिक्षा, स्वास्थ्य और बिजली में सार्वजनिक सेवाओं के ‘कार्यशील मॉडल को बंद कर दिया है’ और उन्होंने पार्टी पर प्रतिशोध की राजनीति में लिप्त होने का आरोप लगाया. पार्टी ने बयान में कहा, ‘‘दिल्ली के स्कूलों की हर ईंट, मोहल्ला क्लीनिकों की हर सुई की जांच करें… लेकिन जब आप अपना काम पूरा कर लें, तो कुछ वास्तविक काम करना शुरू करें.’’
बीजेपी सरकार के मुताबिक, यह घोटाला कोरोना काल के दौरान “जय भीम मुख्यमंत्री प्रतिभा विकास योजना” में हुआ, जिसमें दलित, पिछड़े, गरीब और अल्पसंख्यक छात्रों को मुफ्त कोचिंग देने के नाम पर भारी वित्तीय अनियमितताएं की गईं. शिक्षा मंत्री अशीष सूद जानकारी दी की रेखा गुप्ता की सिफारिश पर उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने इस मामले की जांच के आदेश दिए हैं और भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (ACB) को विस्तृत जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई है.
सरकार के मंत्री आशीष सूद ने आम आदमी पार्टी पर आरोप लगाया कि दिल्ली में शासन करने के दौरान एक ओर तो भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर की तस्वीरों को दिखा-दिखाकर राजनीति की. दूसरी ओर उन्हीं के नाम पर शुरू हुई योजना को भ्रष्टाचार का अड्डा बना दिया और योजना के तहत यूपीएससी, एसएससी, डीएसएसएसबी, नीट और क्लैट जैसी परीक्षाओं की कोचिंग के लिए छात्रों को सरकारी सहायता दी जानी थी, लेकिन इसका लाभ लेने वाले हजारों छात्रों के नाम या तो फर्जी निकले या उनके दस्तावेज ही नहीं मिले.
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BJP ने लगाया कोचिंग घोटाले का आरोप, AAP बोली- ‘स्कूलों की हर ईंट, मोहल्ला क्लीनिकों की हर सुई की जांच करें लेकिन…’
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