रोहतक के सांसद दीपेंद्र हुड्डा द्वारा डीसी को लताड़ने पर राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा ने प्रतिक्रिया दी। भिवानी में पत्रकारों से बातचीत करते हुए रामचंद्र जांगड़ा ने इसे दीपेंद्र हुड्डा बोखलाहट बताया। साथ ही रामचंद्र जांगड़ा ने कहा कि यह उसकी बौखलाहट थी। देखिए एक बजे का मीटिंग का समय था। मैं ठीक टाइम पर मीटिंग में चला गया। एक मिनट पहले ही पहुंच गया। तो मुझे जिला परिसर के सीईओ रिसीव करके अपने कमरे में ले गया और कहा कि सर मीटिंग शुरू नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि जैसे ही डीसी को पता चला कि सांसद आए हैं (मेरे बारे में पता चला) तो वे मेरे पास विस करने के लिए आए। करीब 15 मिनट बैठकर इंतजार की। फिर मैंने ही कहा कि दीपेंद्र जी का पता करो आए नहीं, एक बजे मीटिंग का समय था। तो पता चला कि वो घर से चल रहे हैं। मैंने कहा कि चलो इतने बैठते हैं, आ जाएंगे। मैं भी एमपी हूं और डीसी मेरे साथ अंदर चले गए। बाकी के अधिकारी उसको रिसीव करने के लिए खड़े हो गए। इनको इतना नहीं बौखलाना चाहिए था कि डीसी मेरे को प्रोटोकॉल के मुताबिक रिसीव करने के लिए नहीं आए। मैं चेयरमैन हूं और मीटिंग से बहार निकाल दूंगा, यह बौखलाहट है। रामचंद्र जांगड़ा ने कहा कि मैं भी मेंबर ऑफ पार्लियामेंट हूं, उन्हें समय पर आना चाहिए था। अगर समय पर आते तो डीसी भी वहीं पर खड़ा था, सीईओ भी वहीं खड़ा था और एडीसी भी वहीं खड़ा था। मैं समय पर आ गया तो मुझे लेकर आ गए वो, उनको समय पर आना चाहिए था। लेकिन बौखलाहट में ऐसी बातें किसी अधिकारी के प्रति नहीं कहनी चाहिए। युवाओं का नहीं छीना जाएगा रोजगार
पत्रकारों से बातचीत करते हुए राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा ने कहा कि माननीय हाईकोर्ट द्वारा सामाजिक व आर्थिक मापदंडों के आधार पर की गई भर्तियों में अतिरिक्त अंक दिए जाने को असंवैधानिक माने जाने के बाद किसी भी कर्मचारी को हटाया नहीं जाएगा। नौकरियों पर लगे हुए कर्मचारियों को किसी भी रूप में रखा जाएगा तथा उनके रोजगार को समाप्त नहीं होने दिया जाएगा। राहुल गांधी को कोई गंभीरता से नहीं लेता : जांगड़ा
उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के श्रीनगर दौरे पर पूछे गए सवाल के जवाब में कहा कि राहुल गांधी को कोई भी गंभीरता से नहीं लेता। क्योंकि राहुल गांधी विदेशों में जाकर भारत की प्रतिष्ठा के खिलाफ बात करते है। कांग्रेस पार्टी को भी भाजपा की तर्ज पर देश के सैनिकों को मनोबल बढ़ाने के लिए तिरंगा यात्राएं निकालनी चाहिए। कांग्रेस पार्टी के प्रतिनिधि शशि थरूर को एक प्रतिनिधिमंडल का मुखिया बनाकर भारत सरकार ने विदेशों में आतंकवाद के खिलाफ भारत का पक्ष रखने के लिए भेजा है। इस मौके पर राज्यसभा सांसद ने कांग्रेस विधायक अशोक अरोड़ा के साथ पार्षद प्रतिनिधियों द्वारा किए गए असम्मानजनक व्यवहार को लेकर इसे अशोभनीय बताया तथा कहा कि ऐसा व्यवहार पार्षद प्रतिनिधि को नहीं करना चाहिए था। सभी सरकारी मीटिंगों में जनप्रतिनिधियों को अपने पत्नी के प्रतिनिधि के तौर पर ना आकर खुद उपस्थित होना चाहिए।
BJP सांसद का दीपेंद्र पर हमला:जांगड़ा बोले- हुड्डा ने बौखलाहट में DC को डांटा, समय पर आते, मैं आया तो रिसीव किया
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