भारतीय किसान यूनियन हरियाणा के युवा प्रदेश अध्यक्ष रवि आजाद ने सामाजिक-आर्थिक अंकों की पॉलिसी को लेकर सरकार पर जुबानी हमला बोला। उन्होंने वीडियो जारी करते हुए कहा कि हरियाणा सरकार की पॉलिसी ने युवाओं को धोखा तो दिया साथ ही अन्याय भी किया। हाई कोर्ट के निर्णय से ईमानदारी से नौकरियां देने का ढोल फट गया है। रवि आजाद ने कहा कि हाई कोर्ट का एक निर्णय आया है। जिसके तहत 2019 के बाद जो भर्तियां हुई हैं। उनका रिजल्ट दोबारा से जारी होगा और हजारों की नौकरी जाएगी। इसका पता लगते ही उन सभी युवाओं की धड़कन गढ़ गई। जो 2019 के बाद नौकरी लगे हैं। हाई कोर्ट ने सख्त टिप्पणी की कि हरियाणा सरकार व एचएसएससी ने जो पॉलिसी बनाई, वह इतनी दूषित थी कि 100 में से 100 नंबर लाने वालों को भी नौकरी नहीं मिली। वंचितों को मिले नौकरी
रवि आजाद ने कहा कि जो सोशियो इकोनॉमिक की पॉलिसी थी, उस पर हाई कोर्ट ने सख्त टिप्पणी करते हुए कहा कि दोबारा से रिजल्ट जारी करो। इस पॉलिसी से जिन युवाओं को नौकरी मिलनी चाहिए थी और नहीं मिली, उनको नौकरी दें। उन्होंने सरकार को चेताते हुए कहा कि गलती नौकरी लगने वालों की नहीं थी, गलती सरकार की थी। जो नौकरी लगे हैं, उनको नौकरी के ऊपर ऐसे-का-ऐसे रखा जाना चाहिए। जिनका हक था और नौकरी नहीं मिली। उनको नौकरी देकर सरकार को बराबरी का नियम लागू करना चाहिए। सरकार के ईमानदारी के ढोल की पोल खुली
BKU युवा प्रदेश अध्यक्ष रवि आजाद ने कहा कि अंदर से ऐसी खबरें अंदर से निकलकर आई हैं। जिनकी नौकरी जाएगी उनको एडहोक पर रखा जाएगा। यह सरेआम जुल्म व अत्याचार है। इसलिए सभी को इस पर ध्यान रखना चाहिए। सरकार का काम यह है कि जिनको नौकरी मिली है, उनकी नौकरी सुरक्षित रहे। सरकार की पॉलिसी के कारण जिनको नौकरी नहीं मिली, उन्हें नौकरी दी जाए। भाजपा सरकार नौकरी के नाम पर वोट पाती रही है और नौकरियों के नाम पर अपनी पीठ थपथपाती रही है। लेकिन उनकी पॉलिसी में कितनी कमियां है। उस पर हाई कोर्ट ने सख्त टिप्पणी की है। इस निर्णय ने सरकार की ईमानदारी का जो ढोल है, उसकी पोल खोलकर रख दी है।
BKU युवा प्रदेशाध्यक्ष का सरकार पर हमला:रवि आजाद बोले- भाजपा की पॉलिसी गलत, युवाओं की क्या गलती, ईमानदारी के ढोल की खुली पोल
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