Rajasthan News: जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादियों ने 26 निर्दोष लोगों को गोलियों से बोलकर मौत के घाट उतार दिया था. इस आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना ने पाकिस्तान स्थित आतंकवादियों को मिटाने के लिए ऑपरेशन सिंदूर चला कर पाकिस्तान के अंदर घुसकर आतंकवादियों के ठिकानों को नेस्तोनाबूद किया. इसके चलते भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध जैसी स्थिति बन गई. वहीं अब बीएसएफ के आईजी ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद बने हालात पर जानकारी दी.
भारत-पाकिस्तान के बीच अभी सीजफायर किया गया. ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद BSF आईजी एमएल गर्ग ने जोधपुर BSF हेड क्वार्टर पर मीडिया से बात करते हुए ऑपरेशन सिंदूर की सफलता और मौजूदा हालात की जानकारी दी.
26 मई,2025 को,श्री एम एल गर्ग,महानिरीक्षक,सी. मुख्यालय #BSF राजस्थान,ने मीडिया को संबोधित किया,ऑपरेशन सिंदूर की सफलता को उजागर करते हुए BSF कर्मियों की समर्पण और समन्वय की प्रशंसा की,जिनकी आक्रामक और समय पर कार्रवाई ने सफलता सुनिश्चित की।#प्रथमरक्षापंक्ति#जीवनपर्यन्तकर्त्तव्य pic.twitter.com/5gvZjU0iJz
— BSF RAJASTHAN (@BSF_Rajasthan) May 26, 2025
’सीमा सुरक्षा बल ने अपना बखूबी योगदान निभाया'
उन्होंने कहा कि फ्रंटियर मुख्यालय सीमा सुरक्षा बल, जोधपुर में बीएसएफ महानिरीक्षक एमएल गर्ग द्वारा ऑपरेशन सिंदूर में दिये गये योगदान पर प्रेस वार्ता की. एम एल. गर्ग ने फ्रंटियर द्वारा ऑपरेशन सिंदूर में सीमा सुरक्षा बल की परिचालन क्षमता, खुफिया समन्वय और बल के जवानों के अदम्य साहस की जानकारी देते हुए कहा कि 23 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम क्षेत्र में हुए नृशंस आतंकवादी हमले को पड़ोसी देश द्वारा की गई एक कायराना हरकत थी. भारत सरकार ने 07/08 मई की मध्यरात्रि को ‘ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया गया, जिसमें सीमा सुरक्षा बल ने अपना बखूबी योगदान निभाया.
पाकिस्तान की ओर से लगातार की गई ड्रोन गतिविधियां
BSF आईजी ने कहा कि पहलगाम नरसंहार के पश्चात महानिदेशक सीमा सुरक्षा ने पश्चिमी सीमा पर संभावित खतरे का सटीक आकलन कर, बीएसएफ को पूरी तरह से तैयार रहने के लिए निर्देशित किया. ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान की ओर से राजस्थान के सीमावर्ती जिलों जैसलमेर, बीकानेर और श्रीगंगानगर में लगातार ड्रोन गतिविधियों की गई. हमारी एयरस्पेस की सुरक्षा को चुनौती देने के प्रयासों को राजस्थान फ्रंटियर, सीमा सुरक्षा बल ने भारतीय सेना व एयर फोर्स के साथ मिलकर तत्परता से विफल किया.
लगभग 413 ड्रोन को कर दिया विफल
सीमा सुरक्षा बल ने भारतीय सेना, वायु सेना व राजस्थान पुलिस के साथ समन्वय और तालमेल बनाए रखा. राजस्थान फ्रंटियर के संपूर्ण संचालन क्षेत्र श्रीगंगानगर से लेकर जैसलमेर तक BSF ने देश की सेनाओं के साथ आवश्यक और राजनीतिक सूचनाओं का त्वरित एवं निर्बाध आदान-प्रदान सुनिश्चित किया. जिसके चलते पाकिस्तान की ओर से किए ड्रोन हमले जो कि लगभग 413 ड्रोन को विफल कर दिया. वही पाकिस्तान की ओर से चाइनीज मिसाइलों का उपयोग किया गया जिनको मार गिराया गया.
बीएसएफ ने सेना के साथ तालमेल रखते हुए अदम्य साहस दिखाया. हालाकि एंटी ड्रोन टेक्नोलॉजी पहले से विकसित कर दी थी क्योंकि मादक पदार्थो की तस्करी को रोकने लिए विकसित किया. इसी वजह से पाक हमले खास तोर पर ड्रोन हमले के लिए पहले से तैयार थे. आने वाले समय में विश्व के अधिकांश देश ड्रोन टेक्नोलॉजी का ही उपयोग कर रहे है.
उन्होने कहा कि पाकिस्तान की इस कायराना हरकत के बाद पहली बार बहुत कम वक्त में सेना युद्ध के मोड में आ गई. बीएसएफ ,आर्मी व भारतीय एयरफोर्स ने बहुत ही कम समय में शौर्य दिखाया, जिसकी वजह से पाकिस्तान सीज फायर के लिए मांग करने लगा है. वर्तमान में सीजफायर हो रखा है.
हालांकि यह कब तक रहेगा नहीं कहा सकता है. इस बार सबसे बडी कामयाबी इसलिए मिली की राजनीतिक इच्छाशक्ति के साथ सेना का साहस व जनता का विश्वास था. बीएसएफ देश की “प्रथम रक्षा पंक्ति” है और हम हर चुनौती को दुश्मन की आंखों में झांकते हुए स्वीकार करते है और सीमाओं पर चौकस रहते हैं. यह हमारा पवित्र कर्तव्य है कि हम अपनी जान की परवाह किए बिना देश की सुरक्षा में अपना सर्वस्व न्योछावर कर दें.
आखरी में BSF आईजी एमएल गर्ग ने कहा, ‘भारत की सरहद को कोई छू नहीं सकता क्योंकि इसकी निगहबान है हम सब की आंखें.
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