CAQM की पंजाब-हरियाणा के साथ उच्चस्तरीय बैठक, पराली जलाने पर रोक और पुरानी गाड़ियों पर हुई चर्चा

by Carbonmedia
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Punjab News: राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) और आसपास के इलाकों में वायु प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए Commission for Air Quality Management (CAQM) ने हरियाणा और पंजाब सरकारों के साथ 3 जुलाई को चंडीगढ़ में 2 महत्वपूर्ण समीक्षा बैठकें की. इस बैठक की अध्यक्षता आयोग के चेयरपर्सन राजेश वर्मा ने की.
इसमें दोनों राज्यों के मुख्य सचिवों और विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया. CAQM की तरफ जारी बयान के मुताबिक बैठकों का मुख्य उद्देश्य वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए पराली जलाने की रोकथाम, साफ ईंधन से चलने वाले परिवहन को बढ़ावा, सड़क पर धूल के नियंत्रण उपायों की समीक्षा और आदेशों का सख्ती से पालन करवाना सुनिश्चित करना रहा था.
वाहनों से होने वाले प्रदूषण पर भी विशेष चर्चा हुई
हरियाणा सरकार के साथ बैठक में साल 2025 में पराली जलाने की रोकथाम के लिए तैयार एक्शन प्लान की समीक्षा की गई और ईंट भट्ठों में पुआल आधारित बायोमास पेलेट्स के उपयोग, थर्मल पावर प्लांट्स में न्यूनतम 5% बायोमास को-फायरिंग और उत्सर्जन मानकों के अनुपालन की प्रगति पर चर्चा हुई.
वाहनों से होने वाले प्रदूषण पर भी विशेष चर्चा हुई, जिसमें पुराने (End-of-Life) वाहनों की समाप्ति, ANPR कैमरों की स्थापना, ई-कॉमर्स कंपनियों व एग्रीगेटर्स से स्वच्छ वाहनों को अपनाने की गति, दिल्ली में प्रवेश करने वाले सभी बसों को क्लीन फ्यूल में बदलने, और डीजल ऑटो रिक्शा को चरणबद्ध तरीके से हटाने जैसे मुद्दों पर प्रगति की समीक्षा की गई.
1 नवंबर से पुरानी गाड़ियों को पेट्रोल डीजल नहीं दिया जाएगा
असल में CAQM के 23 अप्रैल के आदेश के मुताबिक गुरुग्राम और सोनीपत में इसी साल 1 नवंबर से पुरानी गाड़ियों को पेट्रोल डीजल नहीं दिया जाएगा और 1 नवंबर से पहले इन शहरों में ANPR कैमरे लगाए जाएंगे. हरियाणा के अलावा पंजाब सरकार के साथ बैठक की और बैठक में पराली जलाने पर पूर्ण रोक लगाने के लिए तैयार कार्य योजना और उसके प्रभावी क्रियान्वयन पर विशेष ध्यान दिया.
साथ ही बायोमास पेलेट्स का उपयोग, थर्मल पावर प्लांट्स में को-फायरिंग का अनुपालन और दिल्ली में प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों की एंट्री पर रोक जैसे मुद्दों पर राज्य सरकार से रिपोर्ट ली गई. बैठकों के अगले दिन यानी 4 जुलाई को CAQM की टीम ने पंजाब और हरियाणा में पराली प्रबंधन से जुड़े कई प्रोजेक्ट्स का दौरा किया.
ठोस कार्रवाई ही एकमात्र रास्ता है
दौरे में पेलेटाइजेशन प्लांट, कंप्रेस्ड बायोगैस (CBG) प्लांट, बायोगैस प्लांट, 2G एथेनॉल प्लांट और औद्योगिक बॉयलर शामिल थे. CAQM ने दोनों राज्यों से अपील की कि आने वाली सर्दियों में वायु गुणवत्ता को बिगड़ने से रोकने के लिए सभी विभागीय एजेंसियों के बीच तालमेल और वैधानिक आदेशों का सख्त अनुपालन जरूरी है और ठोस कार्रवाई ही एकमात्र रास्ता है.

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