हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (HSSC) के CET परीक्षा में अमृतधारी सिख परीक्षार्थियों को उनके धार्मिक प्रतीक (ककार) पहनकर परीक्षा केंद्र में एंट्री की इजाजत मिली है। हरियाणा सिख गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमेटी (HSGMC) ने इस फैसले का स्वागत किया है। कमेटी के प्रधान जगदीश झींडा ने कहा कि यह फैसला 26 और 27 जुलाई को होने वाली CET से लागू होगा। यह निर्णय धार्मिक स्वतंत्रता की दिशा में एक सकारात्मक कदम है। आयोग ने लंबे समय से उठाई जा रही मांगों को स्वीकार करके योग्य पहल की है। आयोग से की गई थी मांग झींडा ने बताया कि पहले कई बार प्रतियोगी परीक्षाओं में अमृतधारी सिखों को ककार जैसे धार्मिक प्रतीक के साथ परीक्षा केंद्र में जाने से रोका गया, जिससे उनकी धार्मिक भावनाएं आहत होती थीं। इस मुद्दे को लेकर कमेटी ने खुद चेयरमैन हिम्मत सिंह से बातचीत की थी। उन्होंने सिख धर्म में ककार के महत्व से उन्हें अवगत कराया। ककार पहनना अधिकार झींडा ने कहा कि गुरु सिख के लिए ककार पहनना धार्मिक कर्तव्य है। किसी भी स्थान, कार्यक्रम या परीक्षा में इसे पहनकर जाना उनका अधिकार है। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस फैसले से दूसरे विभाग और आयोग भी सीख लेंगे। कमेटी ने सभी अमृतधारी सिख परीक्षार्थियों से आयोग के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए परीक्षा में शामिल होने का आह्वान किया है।
CET में अमृतधारी परीक्षार्थियों को ककार संग एंट्री की इजाजत:HSGMC ने कमीशन का आभार जताया; प्रधान बोले- फैसले का स्वागत; अन्य विभाग सीख लें
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