दिल्ली के आउटर नॉर्थ के अलीपुर इलाके में करीब एक साल पहले एक शख्स (प्रीतम प्रकाश) की गुमशुदगी की शिकायत दर्ज करायी गई थी. वही मामला अब एक खौफनाक हत्या की गुत्थी में बदल गया है. इस गुमशुदगी की रिपोर्ट शख्स की पत्नी ने ही करवाई थी.
पुलिस ने खुलासा किया है कि पत्नी सोनिया और उसके प्रेमी रोहित (28) ने मिलकर प्रीतम प्रकाश की हत्या की साजिश रची थी. दोनों आरोपियों पुलिस ने 1 अगस्त को गिरफ्तार कर लिया है.
क्या थी हत्या की वजह?
पुलिस के अनुसार, 5 जुलाई 2024 को प्रीतम प्रकाश की हत्या कर शव हरियाणा के सोनीपत जिले के गांव अगवापुर के पास नाले में फेंक दिया गया था. 15 दिन बाद, उसकी पत्नी सोनिया (34) ने अलीपुर थाने में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई थी. इंडियन एक्सप्रेस के रिपोर्ट के मुताबिक, सोनिया और प्रीतम की शादी तब हुई थी जब वह मात्र 16 साल की थी. यह लव मैरेज था लेकिन शादीशुदा जीवन में तनाव बना रहा.
प्रीतम नशे का आदी था और अकसर सोनिया के साथ मारपीट करता था. वह कई बार अवैध हथियार रखने, चोरी, अपहरण जैसे मामलों में जेल जा चुका था. 2023-24 में सोनिया की सोशल मीडिया पर रोहित से जान-पहचान हुई, जो दिल्ली में टैक्सी चलाता था. धीरे-धीरे दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ीं और इसी दौरान हत्या की साजिश तैयार की गई.
हत्या की रात और घटनाक्रम की पूरी कड़ी
2 जुलाई 2024 को प्रीतम से झगड़े के बाद सोनिया अपने बहन के घर सोनीपत के गन्नौर गई थी, रोहित की टैक्सी से. उसी दौरान सोनिया ने रोहित से हत्या की बात की लेकिन 6 लाख की डिमांड पर विचार टाल दिया. 3 दिन बाद प्रीतम उसे लेने गन्नौर पहुंचा, जहां दोनों में फिर झगड़ा हुआ और सोनिया ने अपमानित होकर हत्या की ठान ली.
पुलिस के मुताबिक, उसने अपने जीजा के भाई विजय से 1 लाख रुपये में हत्या की सुपारी दी. 5 जुलाई की रात प्रीतम को घर पर रोकने के बाद सोनिया छत पर सो गई और देर रात चीखें सुनकर उठी तो देखा प्रीतम नहीं था. अगले दिन वह उसकी ऑटो लेकर दिल्ली लौटी और उसे बेचकर विजय को पैसे दिए.
केस खुला मोबाइल ट्रैकिंग से, अब सभी आरोपी गिरफ्तार
पुलिस ने बताया कि जब एक मामले में प्रीतम को भगोड़ा घोषित किया गया, तब जांच के दौरान उसका मोबाइल ट्रैक हुआ जो सोनीपत के जाजी गांव में एक्टिव था. वहां दबिश में प्रीतम की जगह रोहित मिला जिसके पास वही मोबाइल था. पूछताछ में रोहित टूट गया और बताया कि वह सोनिया का प्रेमी है और मोबाइल उसने हत्या के बाद तोड़ने के लिए लिया था.
इसके बाद सोनिया को भी गिरफ्तार किया गया. जांच में पता चला कि प्रीतम की लाश 10 जुलाई को सोनीपत पुलिस को मिली थी, जो उस समय अज्ञात शव के रूप में दर्ज की गई थी. जून 2025 में विजय को चोरी के केस में गिरफ्तार किया गया था, जो इस हत्या की आखिरी कड़ी साबित हुआ.
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