दिल्ली में लंबे समय से बड़ी समस्या बने गाजीपुर, भलस्वा और ओखला के कूड़े के पहाड़ों को हटाने को लेकर अब सरकार ने कमर कस ली है. इसी मुद्दे पर दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने मेयर सरदार राजा इकबाल सिंह और निगम अधिकारियों के साथ एक अहम बैठक की. इस हाई लेवल मीटिंग में 13 प्रमुख बिंदुओं पर चर्चा हुई, जिसमें मुख्य फोकस कूड़े की बायोमाइनिंग और लैंडफिल साइटों की सफाई पर रहा.
2026 तक सफाई का लक्ष्य
बैठक में तय किया गया कि गाजीपुर, भलस्वा और ओखला में मौजूद कूड़े के पहाड़ों को वर्ष 2026 की तय समयसीमा से पहले पूरी तरह साफ कर लिया जाएगा. इसके लिए बायोमाइनिंग की क्षमता को जुलाई 2025 से 25,000 टन प्रतिदिन (TPD) से बढ़ाकर 30,000 TPD कर दिया गया है. इससे कचरा हटाने की रफ्तार और तेज होगी.
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने निर्देश दिए कि जब लैंडफिल साइट पूरी तरह साफ हो जाए, तो उस जमीन का एक-तिहाई हिस्सा स्कूल, अस्पताल और खेल परिसर जैसे जनहित कार्यों के लिए इस्तेमाल किया जाए. बाकी जमीन पर भविष्य की कूड़ा प्रसंस्करण सुविधाओं का निर्माण होगा, जिससे आगे चलकर कचरे की समस्या न बढ़े.
वेस्ट-टू-एनर्जी प्लांट को मिली मंजूरी
महापौर राजा इकबाल सिंह ने बताया कि नरेला-बवाना में 3,000 TPD क्षमता वाला वेस्ट-टू-एनर्जी प्लांट अब पर्यावरण मंजूरी मिल चुकी है. वहीं गाजीपुर में भी एक नया वेस्ट-टू-एनर्जी प्लांट लगाने की योजना पर काम शुरू हो गया है, जिसके लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. इसके अलावा केंद्र सरकार के शहरी मंत्रालय से वायबिलिटी गैप फंडिंग की भी मंजूरी मिल गई है.
15 अगस्त को घोघा डेयरी में खुलेगा CBG प्लांट
घोघा डेयरी में 100 TPD क्षमता वाला एक नया CBG (कंप्रेस्ड बायोगैस) प्लांट 15 अगस्त 2025 को शुरू किया जाएगा. इससे गीले कचरे का बेहतर प्रबंधन हो सकेगा. सरकार डेयरी कचरे के लिए और भी बायोगैस प्लांट लगाने की योजना पर काम कर रही है.
इस बैठक में उपमहापौर जय भगवान यादव, नेता सदन प्रवेश वाही, स्थायी समिति की अध्यक्ष सत्य शर्मा, उपाध्यक्ष सुंदर सिंह, निगम आयुक्त अश्वनी कुमार, अपर आयुक्त जितेंद्र यादव और अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल रहे.
Delhi: कूड़े के पहाड़ होंगे साफ, सीएम रेखा गुप्ता और मेयर ने बनाई खास रणनीति
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