दिल्ली में बुधवार को आयोजित एमसीडी की स्थायी समिति की बैठक में कई अहम प्रस्तावों को मंजूरी दी गई. इनमें राजधानी की सड़कों की सफाई के लिए ‘वन रोड-वन डे’ योजना को लागू करने, अवैध मांस दुकानों को बंद करने, गोबर प्रोसेसिंग प्लांट की स्थापना और पार्किंग सुविधा सहित कई जरूरी मुद्दे शामिल रहे.
बैठक में समिति की अध्यक्ष सत्या शर्मा ने यह स्पष्ट निर्देश दिए कि स्कूलों और धार्मिक स्थलों के 100 मीटर के दायरे में मटन और चिकन की दुकानें नहीं चलेंगी. इसके अलावा, जो भी मांस की दुकानें अवैध या बिना लाइसेंस के चल रही हैं, उन्हें तुरंत सील किया जाएगा.
‘वन रोड-वन डे’ योजना को मिली मंजूरी
बैठक में स्वच्छ भारत मिशन से प्रेरित ‘वन रोड-वन डे’ योजना को सर्वसम्मति से पास किया गया. यह योजना 1 सितंबर से लागू होगी. इसके तहत हर दिन एमसीडी के हर जोन की एक मुख्य सड़क पर सफाई, फुटपाथ की मरम्मत, पेड़ों की छंटाई, स्ट्रीट लाइट की मरम्मत और अतिक्रमण हटाने जैसे कार्य किए जाएंगे. इस योजना का मुख्य उद्देश्य 2 अक्टूबर तक दिल्ली की सड़कों को साफ-सुथरा और व्यवस्थित बनाना है.
भारत दर्शन पार्क में मल्टीलेवल स्मार्ट पार्किंग
बैठक में ट्रैफिक की समस्या को कम करने के लिए एक और बड़ा फैसला लिया गया. पंजाबी बाग स्थित भारत दर्शन पार्क में अत्याधुनिक स्वचालित मल्टीलेवल पजल पार्किंग सुविधा को मंजूरी दी गई. यह तकनीकी रूप से सुसज्जित पार्किंग केंद्र, पर्यटकों और स्थानीय लोगों को सुविधाजनक पार्किंग समाधान प्रदान करेगा.
गाजीपुर बूचड़खाने में गोबर प्रोसेसिंग प्लांट को हरी झंडी
बैठक में गाजीपुर स्थित बूचड़खाने में एक इनजेस्टा और गोबर प्रोसेसिंग प्लांट की स्थापना को भी मंजूरी दी गई. सत्या शर्मा ने इसे पूर्वी दिल्ली के लिए स्वच्छता और पर्यावरणीय स्थिरता की दिशा में एक बड़ा कदम बताया.
डेंगू-मलेरिया पर भी चर्चा
जलजनित बीमारियों डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया के बढ़ते मामलों पर भी गंभीर चर्चा हुई. जनवरी से जून 2025 के बीच मलेरिया के 6,637, डेंगू के 313 और चिकनगुनिया के 284 मामले सामने आए हैं. इस पर नियंत्रण के लिए एमसीडी ने व्यापक फॉगिंग, लार्वीसाइड छिड़काव और जन-जागरूकता अभियान तेज कर दिए हैं.
एमसीडी के मुताबिक, 1 अप्रैल से 30 जून 2025 के बीच दिल्ली जल बोर्ड के साथ मिलकर 870 पानी के नमूनों की जांच की गई, जिनमें से 174 नमूने असंतोषजनक पाए गए. संबंधित विभागों को आवश्यक नोटिस भी जारी किए गए हैं.
हिंदू राव अस्पताल सहित एमसीडी संचालित अस्पतालों को सेंटिनल निगरानी केंद्र के रूप में नामित किया गया है. यहां 24 घंटे मरीजों की निगरानी और इलाज के लिए 75 विशेष बिस्तरों की व्यवस्था की गई है.
बैठक में पार्षदों ने हर जोन में आवारा कुत्तों की बढ़ती संख्या पर चिंता जताई और डॉग शेल्टर की मांग की. इस दिशा में नीति तैयार की जा रही है जिस पर विचार-विमर्श किया गया.
Delhi: दिल्ली में स्कूलों और धार्मिक स्थलों के पास मांस की दुकानों पर प्रतिबंध, MCD की स्थायी समिति ने दी मंजूरी
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