राजधानी दिल्ली में इस साल अब तक रेबीज के 49 मामले सामने आए हैं, जबकि एमसीडी की ओर से 65,000 से ज्यादा आवारा कुत्तों की नसबंदी और टीकाकरण किया गया है. यह जानकारी दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के ताजा आंकड़ों से सामने आई है.
लगातार बढ़ रही हैं काटने की घटनाएं
जनवरी से जून 2025 तक दिल्ली में जानवरों के काटने की कुल 35,198 घटनाएं दर्ज की गई हैं. एमवीआईडी अस्पताल में रेबीज के केस दर्ज किए गए हैं. एक अधिकारी ने बताया कि इन मामलों के बाद रेबीज से बचाव के लिए समान संख्या में एंटी रेबीज वैक्सीन (ARV) भी लगाई गई हैं.
नसबंदी और टीकाकरण का आंकड़ा आया सामने
एमसीडी के मुताबिक, 25 जनवरी से 25 जून 2025 के बीच कुल 65,031 आवारा कुत्तों की नसबंदी की गई है. निगम का कहना है कि कुत्तों की बढ़ती आबादी और रेबीज के खतरे को कम करने के लिए ये कदम लगातार उठाए जा रहे हैं.
वर्ष 2023-24 में 79,959 और 2022-23 में 59,076 कुत्तों की नसबंदी की जा चुकी है. आने वाले समय में दिसंबर 2025 तक 97,994 कुत्तों की नसबंदी और टीकाकरण का लक्ष्य रखा गया है.
क्यों बढ़ाया गया अभियान?
हाल के महीनों में दिल्ली के कई इलाकों से आवारा कुत्तों के हमले की खबरें सामने आई हैं. इसको लेकर लोगों में डर और नाराजगी दोनों बढ़े हैं. अधिकारियों ने बताया कि इन्हीं चिंताओं को देखते हुए एमसीडी ने अपना अभियान तेज कर दिया है.
जनता से भी सहयोग की अपील
निगम की ओर से लोगों से अपील की गई है कि अगर किसी को रेबीज से जुड़ा कोई लक्षण दिखे, तो तुरंत नजदीकी अस्पताल जाएं. साथ ही, कुत्तों के काटने पर देरी न करते हुए तुरंत इलाज लें. इस बीच, निगम का यह भी कहना है कि नसबंदी और वैक्सीनेशन के लिए कई NGOs और पशु देखभाल संस्थाओं की मदद ली जा रही है ताकि काम तेजी से हो सके.
Delhi: दिल्ली में 49 रेबीज केस आए, जानवरों ने 35198 लोगों को काटा, 65000 से ज्यादा आवारा कुत्तों की नसबंदी
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