‘सैयारा’ के बाद एक और रोमांटिक फिल्म ‘धड़क 2’ एक अगस्त को सिनेमाघरों में रिलीज हुई. हालांकि तृप्ति डिमरी और सिद्धांत चतुर्वेदी स्टारर ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर ठंडी साबित हुई. वहीं इस फिल्म को सन ऑफ सरदार 2 और महावतार नरसिम्हा से भी मुकाबला करना पड़ा है. इस वजह से भी ‘धड़क 2’ कमाई नहीं कर पाई है. इसका ओपनिंग वीकेंड भी खास नहीं रहा. चलिए यहां जानते हैं तृप्ति डिमरी और सिद्धांत की फिल्म ने पहले मंडे टेस्ट में कैसा परफॉर्म किया है?
‘धड़क 2’ ने चौथे दिन कितना किया कलेक्शन? ‘धड़क 2’ अपनी कहानी और स्टार कास्ट की परफॉर्मेंस के लिए तारीफें तो खूब पा रही है लेकिन ये फिल्म दर्शकों को सिनेमाघरों तक नहीं खींच पा रही है. वैसे फिल्म की शुरुआत ही धीमी हुई थी. उम्मीद थी कि वीकेंड पर इसकी कमाई में तेजी आएगी लेकिन ये शनिवार और रविवार की छुट्टी का भी फायदा नहीं उठा पाई और इसके ओपनिंग वीकेंड कलेक्शन नें भी निराश ही किया. वहीं अब इसके मंडे टेस्ट का रिजल्ट भी शॉकिंग है.
इन सबके बीच फिल्म की कमाई की बात करें तो ‘धड़क 2’ ने 3.5 करोड़ से ओपनिंग की थी.
दूसरे दिन फिल्म ने 7.14 फीसदी की तेजी के साथ 3.75 करोड़ कमाए.
तीसरे दिन फिल्म ने 10.67 फीसदी का उछाल दिखाया और 4.15 करोड़ का कलेक्शन किया.
सैकनिल्क की अर्ली ट्रेंड रिपोर्ट के मुताबिक ‘धड़क 2’ ने रिलीज के चौथ दिन यानी पहले मंडे को 1.40 करोड़ की कमाई की है.
इसी के साथ ‘धड़क 2’ की चार दिनों की कुल कमाई अब 12.80 करोड़ रुपये हो गई है.
क्यों ‘धड़क 2’ नहीं कर पा रही कमाई‘धड़क 2’ की कमाई का खेल सिनेमाघरों में मौजूद कई फिल्मों ने बिगाड़कर रख दिया है. जहां एक तरफ इसे ‘सन ऑफ सरदार 2’ से क्लैश करना पड़ा है तो वहीं ‘महावतार नरसिम्हा’ को भी खूब दर्शक मिल रहे हैं. इधर तीन हफ्ते पुरानी ‘सैयारा’ का क्रेज अभी भी कम नहीं हुआ है. इन सभी फिल्मों की वजह से ‘धड़क 2’ सिनेमाघरों में दर्शकों के लिए तरस रही है और इसी के साथ ये कमाई भी नहीं कर पा रही है. चार दिन में ही ये बॉक्स ऑफिस पर पस्त नजर आ रही है. अगर यही हाल रहा तो इसका जल्द ही बड़े पर्दे से पैकअप हो सकता है.
‘धड़क 2’ स्टोरी|शाज़िया इक़बाल द्वारा निर्देशित, ‘धड़क 2’ तमिल फ़िल्म ‘परियेरुम पेरुमल’ की रीमेक है. ईशान खट्टर और जाह्नवी कपूर स्टारर ‘धड़क’ की सीक्वल, यह फ़िल्म दिखाती है कि आज के ज़माने में भी जातिवाद का साया समाज पर कैसे छाया हुआ है. फिल्म की कहानी एक लड़के की है जो ऊंची जाति की लड़की से प्यार करने लगता है. लड़की का परिवार लड़के को नीचा दिखाने और उसे यह दिखाने के लिए हर संभव कोशिश करता है कि उसकी जाति के कारण उसका प्यार बेकार है.
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