FB पर दोस्ती पड़ी महंगी, विदेश से गिफ्ट के नाम पर महिला से लाखों की ठगी, 2 आरोपी गिरफ्तार

by Carbonmedia
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Delhi News: देशभर में साइबर ठगी से बचाने के लिए सरकार अगल-अगल तरीके अपना रही है. कभी कॉलर ट्यून के माध्यम से तो कभी जागरूकता अभियान के माध्यम से. वहीं दूसरी तरफ ठग गैंग अपनी वारदात को सफाई से अंजाम देने में कोई कसर भी नहीं छोड़ रहे हैं. दिल्ली में एक ऐसे ही ठग गैंग का पर्दाफाश हुआ है. 
दिल्ली पुलिस की साइबर टीम ने एक इंटरनेशनल साइबर ठगी गैंग का भंडाफोड़ करते हुए 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिसमें एक नेपाली नागरिक भी शामिल है. यह गैंग मासूम लोगों को सोशल मीडिया के जरिए झांसा देकर विदेश से महंगे गिफ्ट भेजने का लालच देता था और फिर कस्टम में फंसे होने का बहाना बनाकर मोटी रकम वसूलता था.
ठगी करने की वारदात
दिल्ली के बुराड़ी में रहने वाली एक 48 साल की महिला को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर एक अजनबी ने UK निवासी बनकर फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी. दोस्ती बढ़ाने के बाद दोनों में बातचीत व्हाट्सएप पर शुरू हुई. आरोपी ने महिला को उसके जन्मदिन पर महंगे गिफ्ट भेजने का दावा किया और बताया कि कस्टम विभाग ने गिफ्ट जब्त कर लिया है. गिफ्ट छुड़वाने के नाम पर महिला से 1.10 लाख रुपये बैंक खाते में जमा करवा लिए गए. जब गिफ्ट नहीं पहुंचे, तब महिला को अपने साथ हुई ठगी का एहसास हुआ और उसने NCRP पोर्टल पर इस ठगी की शिकायत दर्ज कराई.
दिल्ली पुलिस ने दर्ज की शिकायत, जांच के बाद की गिरफ्तारी
दिल्ली पुलिस ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए एक टीम बनाई और जांच में जुट गई. जांच के दौरान बैंक अकाउंट, कॉल डिटेल रिकॉर्ड और तकनीकी निगरानी से कुछ अहम सबूत इकट्ठा किए गए. दिल्ली पुलिस की टीम ने तकनीकी और मोबाइल सर्विलांस के आधार पर छापेमारी कर आरोपी असलम को सिटीपुर डाबड़ी इलाके से गिरफ्तार किया. पूछताछ में उसने बताया कि एक नेपाली व्यक्ति के कहने पर 5 हजार रुपये में बैंक खाता खोला और उसे उसकी जानकारी दे दी. पुलिस ने उसकी निशानदेही पर नेपाली नागरिक संतोष राणा को दिल्ली के वसंत कुंज से गिरफ्तार किया, जो फर्जी बैंक अकाउंट की सप्लाई अफ्रीकी नागरिकों को करता था. उसने बताया कि वह पहले मुनिरका में किराए पर रहता था, जहां उसकी जान-पहचान अफ्रीकी नागरिकों से हुई, जिन्होंने उसे बैंक अकाउंट मुहैया कराने पर अच्छा कमीशन देने का लालच दिया.
कैसे करता था यह गैंग ठगी की वारदात को अंजाम
दिल्ली पुलिस के मुताबिक, संतोष राणा नेपाल का नागरिक है और दिल्ली के उत्तम नगर इलाके में किराए पर रहता था. वह आसपास के गरीब लोगों को बैंक खाता खुलवाने के लिए तैयार करता और बदले में उन्हें कमीशन देता. इन खातों को वह दिल्ली के मुनिरका, महरौली, वसंत कुंज और किशनगढ़ में रहने वाले अफ्रीकी नागरिकों को बेचता था. ठगी करने वाला यह गैंग इन खातों में लोगों से रकम मंगवाता और एटीएम कार्ड को किसी डिलीवरी एजेंट या दूसरे व्यक्ति के जरिए प्राप्त करता ताकि उनकी पहचान छिपी रहे.
दिल्ली पुलिस जांच में जुटी
दिल्ली पुलिस इस मामले में गिरफ्तार आरोपियों से लगातार पूछताछ कर रही है. वहीं, अब पुलिस फरार अफ्रीकी नागरिकों की तलाश और ठगे गए पैसों की रिकवरी के लिए टीम बनाकर लगातार छापेमारी कर रही है.

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