Jharkhand News: झारखंड के गिरिडीह जिले के धनवार थाना क्षेत्र के तहत आने वाले गरजासारन पंचायत के मामाअहरी में बेटी होने पर एक महिला को उत्पीड़न का शिकार होना पड़ा है. महिला को ससुराल वालों ने जमीन जायदाद और संपत्ति से बेदखल कर घर से बाहर कर दिया है. इसके बाद पीड़ित महिला समीमा परवीन ने थाने में लिखित आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है.
जानकारी के मुताबिक साल 2013 में मुस्लिम रीति रिवाज के साथ ही समीमा परवीन नाम की महिला की शादी मोइनुद्दीन अंसारी से हुई थी. शादी के कुछ महीनों तक जिंदगी अच्छी गुजरी. उसके बाद कुछ वर्षों तक बच्चा नहीं होने पर प्रताड़ित किया गया. उसके बाद दो बेटी हुई. बड़ी लड़की का नाम जब परवीन, उम्र 6 वर्ष और दूसरी लड़की का नाम फातिमा परवीन, उम्र साढ़े तीन वर्ष की है.
दो बेटियां पैदा होने पर महिला का उत्पीड़न
दो बच्ची होने के बाद ससुराल वालों की ओर से महिला को प्रताड़ित किया जाने लगा, इसे लेकर कई बार सामाजिक फैसला भी हुआ लेकिन किसी की बात मानने को तैयार नहीं है. यह प्रताड़ना का स्तर इस हद तक पहुंच गया कि महिला को मारपीट करने के बाद घर से बाहर कर दिया गया. जिसके बाद पिछले तीन दिनों से महिला ससुराल के गेट के सामने भूखे प्यासे अपनी दोनों बेटियों के साथ पड़ी हुई है. महिला समाज और धनवार पुलिस प्रशासन को आवेदन देकर न्याय की गुहार लगा रही है.
धनवार थाना प्रभारी ने क्या कहा?
आवेदन मिलने के बाद धनवार थाना प्रभारी सत्येंद्र कुमार पाल ने संज्ञान लेते हुए बताया, ”आवेदन के आधार पर पति मोइनुद्दीन अंसारी जो बेंगलुरु में काम कर रहा है, उससे फोन के माध्यम से बात की और 15 तारीख को पति-पत्नी और परिवार वालों को थाना बुलाया गया है. वहीं थाना प्रभारी सत्येंद्र कुमार पाल ने ये भी बताया कि जांच पड़ताल कर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी. फिलहाल पीड़ित महिला भूखे प्यासे लड़के के घर के सामने डटी हुई है. (पंचानंद राय की रिपोर्ट)