गयाजी के मानपुर में रविवार को हम पार्टी का स्थापना दिवस मनाया गया. इस मौके पर केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने बिहार में बढ़ते हुए अपराध पर कहा कि आज कुछ नहीं है. सिर्फ बातों से बिहार को आंदोलित करना चाहते हैं और 2005 के पहले समय को भी देखना चाहिए. याद करना चाहिए आप लोग जरूर जानते होंगे. हम तो 1980 से राजनीती में है और आज तक देखा है.
बिहार में क्राइम पर मांझी ने क्या कहा?
जीतन राम मांझी ने कहा कि “जो काल 2015 के पहले यहां था, जिसमें की हर तरह की दुशवारियां थी. हमारे लोग पिटे जाते थे और मारे जाते थे. जमीन पर कब्जा होता था और हम नहीं कोर्ट ने कह दिया था कि उस समय जंगल राज था और कोर्ट का कहना कोई मामूली बात नहीं है. आज तो कोई कोर्ट नहीं कह रहा है कि आज जंगल राज है. वहीं विरोधी लोग जिनको सत्ता की लालच है कि ये बात कर के जनता को गुमराह कर के हम सत्ता प्राप्त कर लेंगे. इसलिए ऐसा कह रहे हैं.
मांझी ने आगे कहा, “बिहार की जनता सजग है. लोग समझ रहे हैं और आज जो घटनाएं हो रही है जो आप देख रहे है में भी मनाता हूं की 14 करोड़ जनसंख्या है कहीं न कहीं कुछ घटनाएं हो जाती हैं. मगर कोई जातिगत झगड़ा हुआ है क्या, कोई धार्मिक उन्माद का झगड़ा हुआ है क्या? अब प्रेमी-प्रेमिका आपस में लड़ कर सुसाइड (आत्महत्या) कर लिया या प्रेमी-प्रेमिका को कोई बाधा आई तो माता पिता को मार दिया या कोई दूसरा प्रेमी को मार दिया तो यह लॉ एंड ऑर्डर का मामला है?”
उन्होंने कहा कि आज लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति बहुत अच्छी है. यहां पर आज तक कोई सांप्रदायिक लड़ाई नहीं हुई है. हां कुछ घटनाएं घटी हैं, जो आपने देखा है और पटना के कारोबारी की हत्या हुई और जो पकड़ा गया उसका एनकाउंटर कर दिया गया. उनके राज्य में कभी कोई एनकाउंटर हुआ था. आज एनकाउंटर हो रहा है, आपने देखा जो पटना के पारस हॉस्पिटल में घटना घटी बहुत हल्ला हुआ, मगर सब को दो दिन में पकड़ लिया गया और कार्रवाई हो रही है. मांझी ने कहा कि आज शांति है. हमलोग विकास कर रहे हैं. विपक्ष को कोई मुद्दा नहीं मिल रहा है तो यह मुद्दा उठाते हैं, इसको हम समझते हैं कि बिहार की जनता समझ रही है.
चिराग पासवान पर जमकर बरसे
वहीं लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास के सुप्रीमो चिराग पासवान पर कहा कि चिराग पासवान जिस समूह से आते हैं उनकी आर्थिक, सामाजिक, शैक्षणिक स्थिति क्या है? अगर वह नहीं जानते है तो में आपको बता देता हूं. आप जान लें बिहार की शैक्षणिक स्थिति सामान्यतः 80 प्रतिशत साक्षरता है और अनुसूचित जाति की साक्षरता सीधे 32 से 33 प्रतिशत है. जिस समाज से चिराग पासवान आते हैं, उनकी साक्षरता सीधे 32 से 33 प्रतिशत है. कुछ लोगों की 40 और 42 भी है.
आजादी के 78 वर्ष होने के बाद आज वह डॉक्टर इंजिनियर और एमएलए और मंत्री बन रहे हैं. इस समाज के लोग अभी तक कुछ भी नहीं बने हैं. इसलिए सुप्रीम कोर्ट ने यह आदेश दिया है कि अनुसूचित जाति में वर्गीकरण होना चाहिए. मैं उसको मानता हूं और इसको कोई कहता है कि हम समाज को तोड़ते हैं, तो हम कहते हैं कि वह लोभी हैं. लालची हैं, वह नहीं चाहते हैं कि हमारे समाज के लोग आगे बढें.
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