Himachal: बीजेपी नेता राजीव बिंदल और सुखराम चौधरी पर केस दर्ज, अब लड़की के वीडियो ने बदली कहानी, जानें-पूरा मामला

by Carbonmedia
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Himachal Politics: हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले में कथित अंतरधार्मिक प्रेम प्रसंग के बाद फैली हिंसा ने राजनीतिक तूल पकड़ लिया है. पुलिस ने BJP के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल, पार्टी विधायक सुखराम चौधरी और कई अन्य के खिलाफ हत्या के प्रयास (BNS की धारा 109) सहित गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया है. 
यह कार्रवाई 13 जून को माजरा इलाके में दो समुदायों के बीच हुए पथराव और लाठीचार्ज की घटना के बाद की गई है, जिसमें करीब 10 लोग घायल हुए, जिनमें पुलिसकर्मी भी शामिल हैं. मामले की शुरुआत 10 जून को उस समय हुई, जब एक हिंदू लड़की के पिता ने पुलिस अधीक्षक को शिकायत दी कि उनकी बेटी को अगवा कर लिया गया है. लड़की को 14 जून को बरामद कर लिया गया और आरोपित मुस्लिम युवक को गिरफ्तार किया गया.
13 जून को स्थिति हुई तनावपूर्ण- पुलिसपुलिस के अनुसार, 13 जून को विभिन्न हिंदू संगठनों के लोग माजरा में इकट्ठा हुए और युवक के घर की ओर तेजधार हथियारों के साथ मार्च करने लगे. इसी दौरान दो पक्षों के बीच भारी पथराव शुरू हो गया. स्थिति इतनी तनावपूर्ण हो गई कि दोनों पक्षों के लोग एक-दूसरे पर पत्थर और हथियारों से हमला करने लगे.
भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा. इसके बाद 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया और दोनों समुदायों द्वारा एक-दूसरे के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई. इसके बाद प्रशासन ने पौंटा साहिब क्षेत्र के चार गांवों- कीरतपुर, मलियोन, फतेहपुर और मिस्सरवाला- में 19 जून तक धारा 163 (BNS) के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी.
BJP नेताओं पर केस क्यों दर्ज?घटना से उपजे तनाव के बीच BJP अध्यक्ष राजीव बिंदल के नेतृत्व में माजरा क्षेत्र के सैंवाला गांव में 36 घंटे का धरना शुरू हुआ, जिसे बाद में स्थगित कर दिया गया. बिंदल ने पुलिस द्वारा उनके और सुखराम चौधरी के खिलाफ दर्ज मामलों को ‘राजनीतिक साजिश’ बताया और कहा कि प्रशासन साजिश के तहत हिंदुओं को निशाना बना रही है.
उन्होंने मांग की कि लड़की और लड़के पर जबरन शादी और धर्म परिवर्तन के तहत मामला दर्ज हो, और शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों पर पत्थर फेंकने वालों के खिलाफ कार्रवाई हो. बिंदल ने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस सैंवाला को निषेधाज्ञा क्षेत्र में दिखाकर वहां के ग्रामीणों को डराने की कोशिश कर रही है.
नहीं रखना परिवार से कोई रिश्ता- लड़की वहीं, दूसरी ओर वायरल हो रहे एक वीडियो में लड़की ने कहा है कि वह 18 साल की है और अपनी मर्जी से मौसिन अली के साथ गई है. उसने एसपी सिरमौर से सुरक्षा की मांग की और कहा कि वह अपने परिवार से कोई रिश्ता नहीं रखना चाहती. लड़की ने पुलिस से अपील की कि अगर उसका परिवार मौसिन और उसके परिजनों के खिलाफ कोई शिकायत करे तो कोई कार्रवाई न की जाए. 
इस पूरे मामले पर प्रदेश के उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा कि विपक्ष इस घटना को धार्मिक रंग देकर राजनीति कर रहा है. उन्होंने पुलिस की कार्रवाई की सराहना की, लेकिन यह भी स्वीकार किया कि यदि प्रेमी जोड़े को समय रहते खोजा गया होता, तो इस प्रकार का तनाव नहीं पनपता.

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