Himachal: ‘वीरों की धरती है हिमाचल, शहीदों की यादें युवाओं…’, डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री का बड़ा बयान

by Carbonmedia
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Himachal Pradesh News Today: हिमाचल प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने शिमला में जय हिन्द सभा के एक कार्यक्रम शामिल हुए. उन्होंने कार्यक्रम के दौरान देश की रक्षा में सर्वोच्च बलिदान देने वाले शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की. साथ ही मौके पर मौजूद शहीदों के परिजनों और पूर्व सैनिकों को नमन किया.

डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने कहा, ‘भारतीय सेना के शौर्य और पराक्रम की गौरव गाथा हमारे इतिहास का स्वर्णिम अध्याय है, जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता. हिमाचल प्रदेश न केवल देवभूमि है बल्कि वीर भूमि भी है. यहां के वीर जवानों ने देश की सेवा और सुरक्षा के लिए अपने जीवन का सर्वोच्च बलिदान दिया है.’

डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने आगे कहा, ‘प्रदेश के बहादुर सैनिकों को अब तक 1203 वीरता पुरस्कार प्राप्त हुए हैं. इनमें चार परमवीर चक्र, दो अशोक चक्र, 10 महावीर चक्र, 25 कीर्ति चक्र, 57 वीर चक्र और 99 शौर्य चक्र शामिल हैं. यह प्रदेशवासियों के लिए गर्व और प्रेरणा का विषय है.'

नायक दिलवर खान और अन्य शहीदों को किया याद 

उप-मुख्यमंत्री ने मेजर सोमनाथ शर्मा, लेफ्टिनेंट कर्नल धन सिंह थापा, कैप्टन विक्रम बत्रा और सूबेदार मेजर संजय कुमार जैसे वीर जवानों के योगदान को स्मरण किया, जिन्हें उनकी वीरता के लिए परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया. उन्होंने कहा कि इन बहादुर सैनिकों की गाथाएं आने वाली पीढ़ियों को देशभक्ति और बलिदान की प्रेरणा देती रहेंगी.

उन्होंने हाल ही में शहीद हुए वीर सैनिकों को भी श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि ऊना जिला के बंगाणा निवासी नायक दिलवर खान को मरणोपरांत कीर्ति चक्र से सम्मानित किया गया है, जो 23 जुलाई 2024 को कुपवाड़ा में आतंकवादियों से लोहा लेते हुए शहीद हुए थे. किन्नौर के तरांडा गांव के हवलदार रोहित कुमार नेगी को मरणोपरांत शौर्य चक्र से नवाजा गया, जो 8 अक्तूबर 2023 को हिमस्खलन की चपेट में आकर वीरगति को प्राप्त हुए थे.

गुरनाम सिंह के जल्द स्वस्थ होने की कामना की- अग्निहोत्री

घायल  उप-मुख्यमंत्री ने कहा कि हाल ही में 22 मई को थुन, कांगड़ा के अग्निवीर नवीन कुमार कारगिल के द्रास सेक्टर में तथा ऑपरेशन सिंदूर के दौरान शाहपुर, कांगड़ा निवासी सूबेदार मेजर पवन कुमार पाकिस्तान की गोलीबारी में शहीद हुए. हरोली विधानसभा के बाथू गांव के बीएसएफ सब-इंस्पेक्टर व्यास देव और छेत्रा गांव के गुरनाम सिंह के घायल होने की जानकारी देते हुए उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की.

मुकेश अग्निहोत्री ने शिमला समझौते की ऐतिहासिक भूमिका पर भी प्रकाश डालते हुए कहा कि 2 जुलाई, 1972 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के बीच जो निर्णायक समझौता हुआ था, उसमें यह तय हुआ था कि भारत और पाकिस्तान के बीच विवाद को द्विपक्षीय वार्ता से सुलझाया जाएगा. दोनों देशों के बीच में किसी भी विवाद को सुलझाने के लिए तीसरे देश की कोई दखलअंदाजी स्वीकार्य नहीं होगी. उप-मुख्यमंत्री ने कहा कि शहीदों के सम्मान और उनके परिवारजनों के कल्याण के लिए राज्य सरकार सदैव प्रतिबद्ध रहेगी. इससे पहले, शहीदों के सम्मान में दो मिनट का मौन रखा गया.

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