हिमाचल प्रदेश में मानसून का कहर जारी है. गुरुवार को प्रदेश में भारी बारिश हुई, जिससे कई इलाकों में जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया. सिरमौर जिले के लोहरा क्षेत्र में भूस्खलन के चलते राष्ट्रीय राजमार्ग 707 पर यातायात 30 घंटे से ज्यादा समय से ठप पड़ा है. राज्य में हो रही लगातार बारिश से अभी तक कुल 1,220 करोड़ रुपये की संपत्ति का नुकसान हो चुका है.
नेशनल हाईवे 707 बंद, 170 सड़कें ठप
राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र (SEOC) के मुताबिक, गुरुवार शाम तक कुल 170 सड़कें बंद थीं. इनमें अकेले मंडी जिले में 121, कुल्लू में 23 और सिरमौर में 13 सड़कें शामिल हैं. NH-707 का सबसे बुरा हाल है, जो पिछले 30 घंटे से मलबे के कारण बंद है. लगातार हो रही बारिश से मलबा हटाने का कार्य भी बाधित हुआ है, जिससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
बाढ़ और बारिश को लेकर चेतावनी
स्थानीय मौसम विज्ञान केंद्र ने नौ जिलों के कुछ हिस्सों में कम से मध्यम स्तर की बाढ़ की चेतावनी जारी की है. इसके साथ ही सोमवार और बुधवार को भारी से बहुत भारी बारिश के लिए ‘ऑरेंज अलर्ट’ भी जारी किया गया है. राज्य प्रशासन को हाई अलर्ट पर रखा गया है और जिला अधिकारियों को किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं.
112 लोगों की गई जान
मानसून की शुरुआत से अब तक हिमाचल में वर्षा से जुड़ी घटनाओं में 112 लोगों की जान जा चुकी है. बीते 24 घंटों में तीन और लोगों की मौत हुई है. राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार, अब तक 31 फ्लैश फ्लड, 22 बादल फटने और 19 भूस्खलन की घटनाएं रिकॉर्ड की गई हैं.
बारिश के चलते जल आपूर्ति योजनाएं और बिजली आपूर्ति भी प्रभावित हुई हैं. गुरुवार शाम तक 64 जल योजनाएं और 73 बिजली ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्त हुए हैं. इससे ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों में लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
इन जगहों पर रिकॉर्ड बारिश
प्रदेश के कई हिस्सों में भारी बारिश रिकॉर्ड की गई है. नाहन में बुधवार शाम से 71.1 मिमी बारिश हुई, वहीं पोंटा साहिब में 56.4 मिमी, पंडोह और कोठी में 39 मिमी, धर्मशाला में 38.1 मिमी, जट्टन बैराज में 26 मिमी, पालमपुर में 14.6 मिमी और नारकंडा में 14.5 मिमी बारिश दर्ज की गई.
हिमाचल प्रदेश सरकार और आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने नागरिकों से अपील की है कि वे मौसम की चेतावनियों का पालन करें और अनावश्यक यात्रा से बचें. विशेष रूप से पहाड़ी और भूस्खलन संभावित क्षेत्रों में सतर्क रहने को कहा गया है. स्थानीय प्रशासन राहत कार्यों में जुटा है, लेकिन लगातार बारिश के चलते प्रयासों में बाधा आ रही है.
Himachal: हिमाचल प्रदेश में बारिश का कहर जारी, भूस्खलन से NH-707 बंद, अब तक हुईं 112 मौतें
0