हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा है कि तिरंगे के अपमान को प्रदेश सरकार और कांग्रेस पार्टी बर्दाश्त नहीं करेगी. सोमवार (28 जुलाई) को शिमला में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि सराज के थुनाग में राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी के साथ हुआ व्यवहार बहुत निंदनीय है.
नेगी से बात करने के बाद आगे की कार्रवाई होगी. एफआईआर पहले ही दर्ज हो चुकी है. सीएम ने कहा कि राज्यपाल को हिमाचल पर टिप्पणी नहीं करनी चाहिए. वे एक संवैधानिक पद पर हैं. राज्यपाल ने कहा था कि हिमाचल में एक ही नशा निवारण केंद्र है, ऐसे में हिमाचल नशा मुक्त कैसे होगा.
‘नशे के कारोबारियों पर कार्रवाई के लिए पंचायतों की मैपिंग हो रही है’
मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि सरकार ने नशा खोरी रोकने के लिए कड़े कदम उठाए हैं. उन्होंने बताया कि पीआईटी-एनडीपीएस एक्ट लागू किया गया है. नशे के कारोबारियों पर कार्रवाई के लिए प्रदेश की 3,575 पंचायतों की मैपिंग हो रही है. राज्यपाल ने नशे पर क्या कहा, यह जानने के लिए उनसे मुलाकात होगी.
‘आत्मनिर्भर हिमाचल के लिए भी लिए जाएंगे फैसले’
मुख्यमंत्री ने चार दिन तक चली कैबिनेट बैठकों को व्यवस्था परिवर्तन का उदाहरण बताया. इन बैठकों से आत्मनिर्भर हिमाचल की नींव मजबूत होगी. बैठकें सिर्फ दो घंटे नहीं चलेंगी. इनमें कई मुद्दों पर विस्तार से बात होगी. आपदा राहत पैकेज और आत्मनिर्भर हिमाचल के लिए भी फैसले लिए जाएंगे.
‘हिमाचल सरकार भी नड्डा से मिलने को है तैयार’
मुख्यमंत्री ने कहा कि बीजेपी सांसद जेपी नड्डा की अध्यक्षता में दिल्ली में मंत्रियों से मिले. उन्होंने कहा कि 2023-2024 में भी मिलना चाहिए था. तब पूरा प्रदेश आपदा से जूझ रहा था. तब भी राशि लानी चाहिए थी. सुक्खू ने कहा कि हिमाचल सरकार भी नड्डा से मिलने को तैयार है. लेकिन वन भूमि के लिए छूट चाहिए. इससे आपदा में बेघर हुए लोगों को बसाया जा सकेगा.
Himachal News: CM सुक्खू का बड़ा बयान, बोले- ‘तिरंगे का अपमान नहीं होगा बर्दाश्त, मंत्री जगत नेगी के साथ…’
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