हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले के एक दूरदराज और जनजातीय क्षेत्र में मंगलवार को उस वक्त हंगामा हो गया जब सरकारी स्कूल के छात्रों ने खाली शिक्षक पदों को भरने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया. यह मामला लामू गांव का है, जहां के सरकारी वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल में केवल एक ही शिक्षक तैनात था. अब उसका भी तबादला हो गया.
छात्रों ने तख्ती लेकर किया प्रदर्शन
इस बात से नाराज होकर स्कूली बच्चों ने स्कूल के बाहर विरोध प्रदर्शन किया और नारेबाजी की. खास बात यह रही कि छात्रों ने ‘तख्ती’ पर अपनी मांगें लिखी थीं. इसके बाद उन्होंने लामू को चोली और क्वार्सी से जोड़ने वाली सड़क को भी कुछ समय के लिए जाम कर दिया.
छात्रों का कहना है कि जब स्कूल में पढ़ाने वाला कोई नहीं होगा, तो वे अपना भविष्य कैसे सुधारेंगे. वे चाहते हैं कि सरकार जल्द से जल्द स्कूल में नए शिक्षक भेजे.
इस मामले पर लामू गांव के सरपंच लाल चंद ने भी चिंता जताई. उन्होंने कहा, “हमारे इलाके में पहले ही सुविधाओं की कमी है. अब अगर बच्चों को पढ़ाई का हक भी नहीं मिलेगा, तो यह उनके भविष्य के साथ अन्याय है. माता-पिता बहुत परेशान हैं और हम सरकार से गुजारिश करते हैं कि जल्द से जल्द स्कूल में पर्याप्त शिक्षक भेजे जाएं.”
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह इलाका जनजातीय क्षेत्र में आता है, जहां पहुंचना आसान नहीं होता. इस कारण पहले से ही यहां विकास के काम धीरे-धीरे होते हैं. लेकिन अगर शिक्षा जैसे जरूरी विषय की अनदेखी की जाएगी, तो यह बच्चों के भविष्य के लिए बहुत नुकसानदायक होगा.
क्या कहती है सरकार?
सरकारी अधिकारियों की ओर से अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. लेकिन स्थानीय पंचायत और ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द समाधान नहीं हुआ तो वे बड़ा आंदोलन शुरू करेंगे. छात्रों और अभिभावकों की मांग है कि स्कूल में जल्द से जल्द स्थायी शिक्षक तैनात किए जाएं ताकि बच्चों की पढ़ाई रुक न जाए.
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