चंबा जिले के भरमौर में भयंकर भूस्खलन ने तबाही मचा दी है. ग्राम पंचायत बलोठ के सेरी उस्लाड गांव में भारी लैंडस्लाइड रास्ते प्रभावित हुए हैं. गनीमत रही कि इसमें किसी की जान नहीं गई और ना ही कोई घायल हुआ, लेकिन इस घटना ने पूरे इलाके को हिला कर रख दिया है.
इस लैंडस्लाइड की वजह से पंचायत के दर्जन भर से ज्यादा गांवों का संपर्क पूरी तरह से बाहरी दुनिया से कट गया है. न तो रास्ते खुले हैं और न ही संचार की सुविधा बची है. ऐसे में लोग गांवों में ही फंसे हुए हैं.
स्थानीय पंचायत प्रधान देवराज ने बताया कि सोमवार को फिर से भयंकर भूस्खलन हुआ, जिससे नीचे बसे करीब आधा दर्जन गांव अब खतरे की जद में आ गए हैं. लगातार हो रही बारिश और लैंडस्लाइड की वजह से हालात दिन पर दिन बिगड़ते जा रहे हैं.
लोगों को उठानी पड़ रही परेशानी
ग्रामीणों का कहना है कि पिछले कई दिनों से सड़कें बंद हैं. बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे, सरकारी कर्मचारी ड्यूटी पर नहीं पहुंच पा रहे और बाजार से जरूरी सामान लाना भी नामुमकिन हो गया है. अब राशन, दवाइयां और बाकी जरूरी चीजों की भारी कमी होने लगी है.
सरकार से लगाई गुहार
ग्राम प्रधान और अन्य जनप्रतिनिधियों ने बताया कि इस इलाके में पिछले कई सालों से लैंडस्लाइड की समस्या बनी हुई है. कई बार प्रशासन और सरकार को इसकी जानकारी दी गई. एक्सपर्ट की टीम भेजने की मांग भी उठाई गई, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है.
ग्रामीणों में डर और गुस्सा
लगातार लैंडस्लाइड से परेशान ग्रामीणों में अब डर के साथ-साथ गुस्सा भी पनपने लगा है. उनका कहना है कि अगर जल्द कोई कार्रवाई नहीं की गई तो कोई बड़ा हादसा हो सकता है. लोग अपने घरों में ही कैद होकर रह गए हैं और हर पल अनहोनी का डर सता रहा है.
Himachal Pradesh: भरमौर में तबाही लाया लैंडस्लाइड, दर्जनों गांवों का टूटा संपर्क, लोग सहमे
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