हिमाचल प्रदेश में मानसून की दस्तक के बाद भारी बारिश से पहाड़ों पर असर पड़ा है। राज्य से लगातार तस्वीरें सामने आ रही हैं। बीते तीन दिनों में बादल फटने की दर्जन भर घटनाएं हुई हैं। हिमाचल प्रदेश की वादियाँ आसमानी आफत में बह चुकी हैं। जो इलाके बचे हैं, वहाँ भी तबाही के निशान साफ नजर आ रहे हैं। मंडी जिले के थुनाग में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। थुनाग का पूरा बाजार खंडहर में तब्दील हो चुका है। 12 फीट ऊंचे घर मलबे में दबे हुए हैं। चारों तरफ बड़े-बड़े पत्थर और पहाड़ों से बहकर आए पेड़ बिखरे पड़े हैं। घर, दुकानें और शैक्षणिक संस्थान जमींदोज हो गए हैं। सड़कों का नामो निशान नहीं है। पानी का सैलाब अपने साथ सब कुछ बहाकर ले गया है। डेढ़ दर्जन से ज्यादा लोग लापता हो गए हैं। इलाके में खाने-पीने की चीजों की कमी शुरू हो गई है। दो दिन से टेलीफोन और बिजली सेवाएं ठप हैं। एक व्यक्ति ने स्थिति का वर्णन करते हुए कहा, “बहुत बड़ी क्षति हुई है। ये सारा इलाका इस पुल के माध्यम से ही कनेक्टेड था। अब आने जाने का कोई रास्ता नहीं रह गया। एक मात्र रोपवे जो हमने जिसमें हम आए यहाँ तक तो वो एक जरिया रह गया है यहाँ। कम से कम 10 पंचायतों की कनेक्टिविटी प्रभावित हुई है।” राहत और बचाव कार्य जारी है। एयरफोर्स भी खाने-पीने और दवाइयां पहुंचाने के लिए सिराज में उतरी है।
Himachal Pradesh Flash Floods: Mandi में तबाही, Thunag में सब कुछ बहा! ABP NEWS
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