IIM कोलकाता के डायरेक्टर बने लखनऊ यूनिवर्सिटी के वीसी प्रो. आलोक राय, ऐसा रहा पूरा करियर

by Carbonmedia
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IIM कोलकाता जैसे टॉप मैनेजमेंट संस्थान का डायरेक्टर बनना किसी भी प्रोफेशनल के लिए बड़ा अचीवमेंट है. यह जिम्मेदारी अब मिली है लखनऊ यूनिवर्सिटी के कुलपति रहे प्रोफेसर आलोक कुमार राय को. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उनके नाम पर आधिकारिक मुहर लगा दी है. प्रो. आलोक राय पिछले दो दशकों से शिक्षा जगत में सक्रिय हैं. एकेडमिक एडमिनिस्ट्रेशन में उनकी पकड़ मजबूत मानी जाती है.
उनके लीडरशिप स्टाइल और फैसलों की प्रोफेशनल सर्कल में काफी चर्चा होती रही है. लखनऊ यूनिवर्सिटी में वीसी रहते हुए उन्होंने कई बड़े बदलाव किए थे. अब IIM कोलकाता का संस्थान का नेतृत्व मिलने के बाद सबकी नजरें उनके काम पर टिकी हैं. चलिए आपको बताते हैं कैसा रहा है अब तक उनका करियर सफर.

साल 2019 में पहली बार बने थे कुलपति
प्रोफेसर आलोक कुमार राय को साल 2019 में पहली बार लखनऊ यूनिवर्सिटी का कुलपति बनाया गया था. उनके कार्यकाल की शुरुआत के साथ ही यूनिवर्सिटी ने कई अहम बदलाव देखने को मिले ते.. उनकी लीडरशिप में लखनऊ यूनिवर्सिटी को नैक इवेलुएशन में A++ ग्रेड मिला था. जो किसी भी यूनिवर्सिटी के लिए बड़ी उपलब्धि मानी जाती है.
उनकी अगुआई में लखनऊ यूनिवर्सिटी देश की पहली ऐसी यूनिवर्सिटी बनी थी. जिसने नई शिक्षा नीति कोबैचलर्स और मास्टर्स लेवल पर लागू किया. उन्होंने यूनिवर्सिटी के इंफ्रास्ट्रक्चर पर भी फोकस किया, अच्छी लैब्स तैयार करावाए. उनके फैसलों और काम करने के तरीके से यूनिवर्सिटी का माहौल भी बदला. इसके साथ ही शिक्षकों के लिए नए आवास भी बनवाए. 
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उनके करियर में उपलब्धियां
लखनऊ विश्वविद्यालय से पहले प्रोफेसर आलोक राय बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में मैनेजमेंट के प्रोफेसर के तौर पर काम कर चुके हैं. वहां उनकी पहचान एक बेहतरीन एकेडमिक और रिसर्च गाइड के रूप में थी. लविवि में कुलपति बनने के बाद उन्होंने यूनिवर्सिटी का दायरा सिर्फ दो कैंपस तक सीमित नहीं रहने दिया. उनके कार्यकाल में हरदोई, सीतापुर, लखीमपुर खीरी और रायबरेली जैसे पांच जिलों के कॉलेजों को लविवि से जोड़ा गया.
70 से ज्यादा देशों के 2000 से ज्यादा विदेशी स्टूडेंट्स ने लविवि में एडमिशन के लिए आवेदन किया. पीएम ऊषा योजना के तहत 100 करोड़ रुपये की फंडिंग मिली. ऑनलाइन और डिस्टेंस एजुकेशन की शुरुआत की. यूनिवर्सिटी एनआईआरएफ रैंकिंग 2024 में टॉप 100 में पहुंचा. उन्होंने नई भर्तियों के जरिए फैकल्टी-स्टूडेंट अनुपात में भी सुधार किया.
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यहां से की है पढ़ाई
प्रोफेसर आलोक कुमार राय का शैक्षणिक सफर इलाहाबाद विश्वविद्यालय से शुरू हुआ था. जहां से उन्होंने बीएससी की पढ़ाई की. इसके बाद उन्होंने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से एमबीए किया और वीबीएस पूर्वांचल विश्वविद्यालय से पीएचडी हासिल की. करियर की शुरुआत उन्होंने बीएचयू के मैनेजमेंट स्टडीज डिपार्टमेंट में बतौर प्रोफेसर की थी. फिलहाल वे लखनऊ विश्वविद्यालय में कुलपति पद पर कार्यरत हैं और अब IIM कोलकाता के डायरेक्टर बने हैं.
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