IIT Bombay News: मुंबई के IIT बॉम्बे में 14 दिन तक छिपकर रहने वाले 22 साल के बिलाल अहमद तेली से अब देश की सभी बड़ी एजेंसियां पूछताछ कर रही हैं. बिलाल से फिलहाल मुंबई पुलिस, क्राइम ब्रांच, महाराष्ट्र ATS और इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) लगातार उससे सवाल कर रहे हैं. इस पूछताछ के दौरान एक बड़ा खुलासा हुआ है. एक अधिकारी के मुताबिक, बिलाल ने माना है कि वो पिछले साल भी करीब एक महीने तक IIT बॉम्बे कैंपस में छुपकर रहा था, लेकिन तब किसी को उस पर शक नहीं हुआ.
पूछताछ में तेली ने क्या कबूला?
इस पूछताछ में बिलाल ने बताया कि उसका टेक्नोलॉजी में इंटरेस्ट है, इसके लिए उसने कई लेक्चर में हिस्सा भी लिया. बिलाल ने 12वीं की पढ़ाई के बाद छह महीने का सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट का कोर्स किया था.
इस मामले में सूत्रों के दौरान मिलने वाले जवाबों से एजेंसी फिलहाल संतुष्ट है, इसलिए उससे पूछताछ के दौर चल रहा है. बिलाल के पिता का गारमेंट का बिजनेस है उन्हें कोविड के दौरान भारी नुकसान हुआ था, लेकिन अब भी वो अपना बिजनेस कर रहे हैं.
कैंपस का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट करने की भी काेशिश
पुलिस को जांच के दौरान तेली के मोबाइल फोन से सिग्नल और IMO जैसे ऐप्स मिले हैं. पुलिस को दिए बयान में उसने कहा की उसने कैंपस के कई वीडियो बनाए थे और वो उन वीडियो को अपने सोशल मीडिया चैनल पर पोस्ट करने वाला था.
आईआईटी बॉम्बे के सुरक्षा और सतर्कता विभाग की शिकायत पर पवई पुलिस ने मामला दर्ज किया है. यह मामला तब सामने आया जब 4 जून को क्रेस्ट विभाग की अधिकारी शिल्पा कोटिकल ने एक संदिग्ध व्यक्ति को अपने कार्यालय में प्रवेश करते देखा. पूछताछ पर वह भाग गया.
इसके बाद सीसीटीवी फुटेज की मदद से संदिग्ध की पहचान की गई और IIT की क्विक रिस्पॉन्स टीम को अलर्ट किया गया. 17 जून को दोपहर 4 बजे के करीब वह फिर दिखा, जब वह लेक्चर हॉल LH-101 में छात्रों के बीच बैठा था. जहां से सुरक्षा गार्ड ने उसे पकड़ लिया.
पुलिस ने कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया
पूछताछ में तेली ने बताया कि वह 2 जून से 7 जून तक और फिर 10 जून से 17 जून तक कैंपस के अलग अलग हॉस्टलों में रुका था. पुलिस ने उसके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 329(3) और 329(4) के तहत मामला दर्ज किया है. वर्तमान में वह पुलिस हिरासत में है और उससे हर एजेंसी पूछताछ कर रही है.
IIT बॉम्बे में 14 दिन तक छिपा रहा बिलाल तेली, किसी को भनक तक नहीं लगी, एजेंसियों की जांच जारी
2