भारत बनाम इंग्लैंड ओवल टेस्ट में एक अजब-गजब मामला सामने आया है. मैच के दूसरे दिन टीम इंडिया की पहली पारी 224 रनों पर सिमट गई थी, इसके जवाब में इंग्लैंड की टीम ने 247 रन बनाए हैं. इस तरह इंग्लिश टीम को पहली पारी में 23 रनों की बढ़त मिली. इंग्लैंड की यह पारी चर्चा में इसलिए आई क्योंकि सिर्फ 9 विकेट खोने के बाद भी उसे ऑलआउट घोषित कर दिया गया. ऐसा आईसीसी के सब्स्टीट्यूट नियम के कारण हुआ है, जो इस सीरीज के दौरान विवादों में घिरा रहा.
इंग्लैंड ने 235 के स्कोर पर आठवां विकेट गंवा दिया था. उसके बाद 9वें विकेट के लिए हैरी ब्रूक और जोश टंग ने 12 रन जोड़े, तभी 247 के स्कोर पर इंग्लैंड का 9वां विकेट गिरा. नौवां विकेट गिरते ही इंग्लैंड की पारी को ऑलआउट घोषित कर दिया गया.
9 विकेट गिरे, फिर भी ऑलआउट
ओवल टेस्ट के पहले दिन क्रिस वोक्स एक बाउंड्री को रोकते समय चोटिल हो गए थे. वो पहले दिन मैदान में वापसी नहीं कर पाए थे और दूसरे दिन की शुरुआत से पूर्व ECB ने एलान करके बताया कि वोक्स को पांचवें टेस्ट से बाहर कर दिया गया है.
ICC के सब्स्टीट्यूट नियम के तहत इंग्लैंड टीम फील्डिंग के दौरान वोक्स की जगह 11वां फील्डर मैदान में ला सकती है. मगर सब्स्टीट्यूट नियम यह भी कहता है कि चोटिल खिलाड़ी की जगह बतौर सब्स्टीट्यूट आया प्लेयर ना तो बैटिंग कर सकता है और ना ही बॉलिंग. सब्स्टीट्यूट नियम के कारण कोई और खिलाड़ी क्रिस वोक्स की जगह बैटिंग नहीं कर सकता था.
इसी सीरीज के दौरान ऋषभ पंत के कारण भी सब्स्टीट्यूट नियम चर्चा में आया था. मैनचेस्टर टेस्ट में ऋषभ पंत को पैर के अंगूठे में फ्रैक्चर आया था. अगर पंत बैटिंग करने ना आए होते तो टीम इंडिया को भी 9 विकेट गिरने पर ऑलआउट घोषित कर दिया जाता.
यह भी पढ़ें:
भारतीय टीम में किस प्रदेश के कितने खिलाड़ी? यूपी के हैं सबसे ज्यादा प्लेयर; देखें पूरी लिस्ट
IND vs ENG: गिरे सिर्फ 9 विकेट, फिर कैसे ऑलआउट हो गई इंग्लैंड? सबसे बड़ी वजह का हुआ खुलासा
2