ISI Spy Case: पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के लिए जासूसी करने वाले मोहम्मद कासिम के भाई अनीस को 5 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है. जासूसी के आरोप में गिरफ्तार अनीस को पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया गया, जहां अदालत ने उसे 5 दिन की पुलिस कस्टडी में भेज दिया. दिल्ली पुलिस ने कहा कि जो मोबाइल नंबर हमने पकड़ा है, उससे पता चला कि सिम इंडिया का था और पाकिस्तान से ऑपरेट हो रहा था.
इस सिम के नंबर पर व्हाट्सएप चलाकर DRDO और मिलिट्री इंटेलिजेंस के लोगों को हनी ट्रैप में फंसाने की कोशिश की जा रही थी, जिसका सबूत पुलिस ने कोर्ट को दिया. इसके भाई कासिम को स्पेशल सेल ने पहले ही अरेस्ट किया है. वहीं, इस सिम को लेकर पाकिस्तान गया था, वो फोन नंबर अनीस के नाम पर ही इश्यू था. राजस्थान के डीग जिले में दिल्ली की स्पेशल सेल की टीम ने पहुंचकर लोकेशन के आधार पर नगर क्षेत्र से कासिम के भाई को गिरफ्तार किया है. वह कई दिनों से फरार चल रहा था.
मोबाइल सिम का कनेक्शन अनीस के नाम पर
पुलिस ने कोर्ट से कहा कि कस्टडी दी जाए इसे कन्फ्रंट कराना है. DRDO के अधिकारी अमित कुमार को हनी ट्रैप करने की कोशिश की गई. इसके सबूत दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने लगाया है. सिम का कनेक्शन अनीस के नाम का है. इस सिम को पाकिस्तान के इंटेलिजेंस ऑफिसर को दिया गया, जिसके जरिए हनी ट्रैप किया जा रहा था.
आरोपी के बेटे को अनीस की गिरफ्तारी की दी गई जानकारी
पुलिस स्पेशल सेल ने कहा, ”हमें अन्य आरोपियों के साथ इसको CONFRONT कराना है और जांच को आगे बढ़ाना है.” दिल्ली पुलिस ने कहा कि जांच अभी शुरुआती दौर पर है, FIR सेंसेटिव है, आरोपी के बेटे को अनीस की गिरफ्तारी की जानकारी दे दी गई है. पुलिस ने ये भी कहा IP एड्रेस से पता चला कि मोबाइल नंबर भारत का था लेकिन पाकिस्तान ने ऑपरेट हो रहा था.
मुख्य आरोपी कासिम की हो चुकी है गिरफ्तारी
मामले में मुख्य आरोपी कासिम की गिरफ्तारी हो चुकी है. कासिम 6 अगस्त को पाकिस्तान गया था, जहां उसकी निशानदेही पर अनीस की गिरफ्तारी हुई है. जज ने पूछा कि यह साइबर फ्रॉड का मामला हो सकता है, यह कैसे पता चला कि यह जासूसी का मामला है? दिल्ली पुलिस ने कहा, ”भारत के नंबर से पाकिस्तान से कॉल करके हनी ट्रैप में फंसाया जाता है. ऐसे कई मामले सामने आए हैं, कासिम अनीस के नाम का सिम पाकिस्तान लेकर गया था. मामले में अन्य आरोपियों के बारे में पता लगाना है.”