1
Jammu Kashmir Blackout News: केंद्रशासित प्रदेश जम्मू कश्मीर प्रशासन ने ऑपरेशन शील्ड के शनिवार की रात जम्मू में मॉक ड्रिल और ब्लैकआउट की कार्रवाई की. इस दौरान पाक सीमा से लगे इलाकों में बने युद्ध जैसे हालातों की प्रतीकात्मक तस्वीर जम्मू प्रशासन ने जारी की है.
जम्मू कश्मीर प्रशासन ने शनिवार की रात मॉक ड्रिल और ब्लैकआउट के दौरान युद्ध और इमरजेंसी जैसी स्थिति से निपटने के लिए तैयारी को धार दी. इस योजना के तहत शनिवार को रात 8 बजते ही जम्मू संभाग के अधिकतर हिस्सों में ब्लैकआउट का ऐलान कर दिया गया.
बम धमाकों से गूंज उठा कानाचक इलाका
इस दौरान सबसे दिलचस्प तस्वीरें जम्मू के सीमावर्ती इलाके कानाचक से सामने आई है. इस इलाके में प्रशासन में ऑपरेशन शील्ड के दौरान अपनी तैयारी का जायजा लेने और उन्हें धार देने के लिए एक मॉक ड्रिल का आयोजन किया था. पूरे इलाके में सायरन की आवाज गूंजी, इलाका बम धमाकों की आवाज से दहल उठा.
जम्मू कश्मीर प्रशासन ने लोगों को मॉकड्रिल के जरिए समझाया कि युद्ध जैसी स्थिति है. पाकिस्तान किसी भी इलाके को टारगेट कर सकता है. युद्ध जैसी स्थिति को दर्शाने के लिए हाईवे पर पेड़ काटे गए और उसे ब्लॉक किया गया. वहीं, पाकिस्तानी शेलिंग कई जगह लगाई गई. ताकि दमकल विभाग की तैयारी का लिया जा सके.
ब्लैकआउट के दौरान बम धमाका के साथ ही प्रशासन हरकत में आया और सबसे पहले आग को बुझाने के लिए दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंची. रोड ब्लॉक होने के चलते जल्द ही दूसरे संबंधित विभागों को भी बुलाया गया और कटर के जरिए पेड़ को काटकर दमकल विभाग के वाहनों और एंबुलेंस के लिए रास्ता बनाया गया.
उसके बाद पूरा प्रशासनिक अमला, एंबुलेंस, दमकल विभाग और पुलिस उस बिल्डिंग में पहुंची जिसे प्रतीकात्मक तस्वीरों में टारगेट करते हुए बिल्डिंग बताया गया था. इन तस्वीरों में यह दिखाया गया था कि कैसे पाकिस्तान ने एक बिल्डिंग को टारगेट किया है और यहां हुई गोलाबारी में कई लोग घायल हुए हैं.
आग पर काबू पाने के बाद एंबुलेंस और दमकल विभाग की गाड़ियां बिल्डिंग की तरफ पहुंची और यहां से सभी घायलों को सकुशल निकालकर उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया.
मॉक ड्रिल से किसी को डरने की जरूरत नहीं- डीएम
जम्मू की अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट अनुसूया जामवाल ने बताया कि ऑपरेशन शील्ड के तहत कार्रवाई जा रही है. इस मॉक ड्रिल से किसी को डरने की जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि यह ड्रिल युद्ध जैसी स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन की तैयारी का जायजा लेने के लिए आयोजित की गई है.
जम्मू कश्मीर प्रशासन ने शनिवार की रात मॉक ड्रिल और ब्लैकआउट के दौरान युद्ध और इमरजेंसी जैसी स्थिति से निपटने के लिए तैयारी को धार दी. इस योजना के तहत शनिवार को रात 8 बजते ही जम्मू संभाग के अधिकतर हिस्सों में ब्लैकआउट का ऐलान कर दिया गया.
बम धमाकों से गूंज उठा कानाचक इलाका
इस दौरान सबसे दिलचस्प तस्वीरें जम्मू के सीमावर्ती इलाके कानाचक से सामने आई है. इस इलाके में प्रशासन में ऑपरेशन शील्ड के दौरान अपनी तैयारी का जायजा लेने और उन्हें धार देने के लिए एक मॉक ड्रिल का आयोजन किया था. पूरे इलाके में सायरन की आवाज गूंजी, इलाका बम धमाकों की आवाज से दहल उठा.
जम्मू कश्मीर प्रशासन ने लोगों को मॉकड्रिल के जरिए समझाया कि युद्ध जैसी स्थिति है. पाकिस्तान किसी भी इलाके को टारगेट कर सकता है. युद्ध जैसी स्थिति को दर्शाने के लिए हाईवे पर पेड़ काटे गए और उसे ब्लॉक किया गया. वहीं, पाकिस्तानी शेलिंग कई जगह लगाई गई. ताकि दमकल विभाग की तैयारी का लिया जा सके.
ब्लैकआउट के दौरान बम धमाका के साथ ही प्रशासन हरकत में आया और सबसे पहले आग को बुझाने के लिए दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंची. रोड ब्लॉक होने के चलते जल्द ही दूसरे संबंधित विभागों को भी बुलाया गया और कटर के जरिए पेड़ को काटकर दमकल विभाग के वाहनों और एंबुलेंस के लिए रास्ता बनाया गया.
उसके बाद पूरा प्रशासनिक अमला, एंबुलेंस, दमकल विभाग और पुलिस उस बिल्डिंग में पहुंची जिसे प्रतीकात्मक तस्वीरों में टारगेट करते हुए बिल्डिंग बताया गया था. इन तस्वीरों में यह दिखाया गया था कि कैसे पाकिस्तान ने एक बिल्डिंग को टारगेट किया है और यहां हुई गोलाबारी में कई लोग घायल हुए हैं.
आग पर काबू पाने के बाद एंबुलेंस और दमकल विभाग की गाड़ियां बिल्डिंग की तरफ पहुंची और यहां से सभी घायलों को सकुशल निकालकर उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया.
मॉक ड्रिल से किसी को डरने की जरूरत नहीं- डीएम
जम्मू की अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट अनुसूया जामवाल ने बताया कि ऑपरेशन शील्ड के तहत कार्रवाई जा रही है. इस मॉक ड्रिल से किसी को डरने की जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि यह ड्रिल युद्ध जैसी स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन की तैयारी का जायजा लेने के लिए आयोजित की गई है.