जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले से एक बेहद दर्दनाक हादसे की खबर सामने आई है. गुरुवार देर रात रियासी के सलुख इख्तर नाला क्षेत्र में एक चलती कार पर अचानक पहाड़ी से बड़ा पत्थर गिर पड़ा, जिसमें उप-मंडल मजिस्ट्रेट (एसडीएम) राजिंदर सिंह राणा और उनके बेटे की मौके पर ही मौत हो गई. इस हादसे में राणा की पत्नी और दो अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं.
पुलिस के मुताबिक, यह हादसा तब हुआ जब एसडीएम राणा अपने परिवार के साथ धर्मारी से अपने पैतृक गांव पट्टियां लौट रहे थे. रास्ते में अचानक भूस्खलन हुआ और एक भारी-भरकम पत्थर सीधे उनके वाहन पर आ गिरा. टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई और एसडीएम तथा उनके बेटे की मौके पर ही जान चली गई.
हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन हरकत में आया. इलाके की भौगोलिक स्थिति को देखते हुए राहत टीम को मौके पर पहुंचने में थोड़ी देर जरूर लगी, लेकिन घायलों को फौरन प्राथमिक इलाज के लिए नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया. बाद में हालत गंभीर होने पर उन्हें जिला अस्पताल रियासी रेफर कर दिया गया.रियासी जिला अस्पताल के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट, डॉ. गोपाल दत्त ने बताया कि, ‘हमें सीएमओ ऑफिस से हादसे की जानकारी दी गई थी. चूंकि इलाका पहाड़ी है, इसलिए एंबुलेंस को पहुंचने में वक्त लगा, लेकिन समय रहते घायलों को अस्पताल लाया गया.’
2011 बैच के अधिकारी थे राणा
एसडीएम राणा जम्मू-कश्मीर प्रशासनिक सेवा के 2011 बैच के अधिकारी थे और इस समय वे रामनगर में उप-मंडल मजिस्ट्रेट के पद पर कार्यरत थे. अपने व्यवहार और काम के प्रति जिम्मेदारी के चलते वे आम लोगों में काफी लोकप्रिय थे. उनकी असमय मौत से प्रशासनिक अमले में शोक की लहर दौड़ गई है.
VIDEO | Reasi, Jammu and Kashmir: A Sub-Divisional Magistrate and his son were killed when a boulder struck the vehicle they were travelling in.Medical Superintendent of District Hospital Reasi, Dr. Gopal Dutt, said: “We were informed by the CMO, and since the area was hilly,… pic.twitter.com/CQdars5VpD
— Press Trust of India (@PTI_News) August 1, 2025
उपराज्यपाल ने जताया शोक
इस हादसे पर जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने गहरा दुख जताया है. उन्होंने ट्वीट कर कहा, “एसडीएम राजिंदर सिंह राणा और उनके पुत्र की आकस्मिक मृत्यु बेहद दुखद है. मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि दिवंगत आत्माओं को शांति दे और परिवार को इस कठिन समय में शक्ति प्रदान करें.”
पहले भी हो चुके हैं ऐसे हादसे
गौरतलब है कि कुछ ही समय पहले पूर्वी लद्दाख में भी एक सैन्य वाहन पर चट्टान गिरने से दो जवानों की मौत हो गई थी. इस तरह की घटनाएं लगातार यह संकेत देती हैं कि पहाड़ी क्षेत्रों में सफर करते समय खास सावधानी बरतने की जरूरत है, खासकर बरसात के मौसम में जब भूस्खलन और पत्थर गिरने की घटनाएं आम हो जाती हैं.