पश्चिम बंगाल विधानसभा नेता प्रतिपक्ष व बीजेपी नेता सुवेंदु अधिकारी के हालिया बयान पर बवाल मचा हुआ है. उन्होंने बंगाल के लोगों को कश्मीर या किसी मुस्लिम-बहुल इलाके में नहीं जाने की सलाह दी थी. इसी बयान पर अब विवाद गहरा गया है.
जम्मू-कश्मीर से बीजेपी के वरिष्ठ नेता रवींद्र रैना ने सुवेंदु अधिकारी के इस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है. रैना ने कहा कि अधिकारी को कश्मीर आकर यहां के लोगों की देशभक्ति और राष्ट्रवाद को खुद अनुभव करना चाहिए.
देश की रक्षा में लगे हैं कश्मीर के युवा- रवींद्र रैना
उन्होंने याद दिलाया कि कश्मीर के हजारों युवाओं ने बीते तीन दशकों में आतंकवाद के खिलाफ जंग में अपनी जानें कुर्बान की हैं. पीटीआई के अनुसार, रैना ने कहा, “22 अप्रैल को जब पहलगाम में आतंकियों ने निर्दोषों पर हमला किया, तब कश्मीर के लोगों ने नंगे पांव मौके पर पहुंचकर घायलों को बचाया. उन्होंने पर्यटकों को पनाह दी और उन्हें सुरक्षित घर पहुंचाया. यही नहीं, 1947 में मोहम्मद मकबूल शेरवानी ने बारामूला में तिरंगा फहराकर पाकिस्तानी हमलावरों के खिलाफ ‘सावधान हो जाओ, हम कश्मीरी तैयार हैं’ का नारा दिया था.” उन्होंने कहा कि कश्मीर के युवा सुरक्षा बलों में सेवा कर देश की रक्षा में लगे हैं, और कई बीजेपी कार्यकर्ता भी आतंकवाद से लड़ते हुए शहीद हुए हैं.
हर कश्मीरी के दिल में भारत बसता है- रवींद्र रैना
रैना ने अधिकारी से अपील करते हुए कहा, “आप कश्मीर आइए, यहां हर नागरिक के दिल में भारत बसता है और भारत के दिल में जम्मू-कश्मीर. कश्मीर भारत का मुकुट है और इसके लोग हमारे अपने भाई हैं. तिरंगा आज गर्व से लहरा रहा है तो उसमें कश्मीरियों की कुर्बानियों की चमक है.” उन्होंने बंगाल और देशवासियों को भी कश्मीर आने का निमंत्रण देते हुए कहा कि यहां आकर वे सच्चे भारतीयों से मिलें जो शांति, भाईचारा और देशप्रेम की मिसाल हैं.
People of Jammu and Kashmir are true Indians. “This is our motherland and Kashmir is the crown of India. Every Kashmiri is our brother and they are our own. They have rendered numerous sacrifices for the country and Our tricolour is flying high in Kashmir proudly, it is because… pic.twitter.com/3ZcrlJZfie
— Ravinder Raina (@RavinderRaina) July 12, 2025
क्या था सुवेंदु अधिकारी का बयान?
सुवेंदु अधिकारी ने कहा था कि पश्चिम बंगाल के लोगों को अपनी सुरक्षा के लिहाज से कश्मीर या किसी मुस्लिम बहुल इलाके की यात्रा से बचना चाहिए. उन्होंने सुझाव दिया कि लोग जम्मू, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश या ओडिशा जैसे राज्यों में जा सकते हैं. अधिकारी ने स्पष्ट किया कि यह उनकी निजी राय है, न कि BJP विधायक के रूप में आधिकारिक बयान.
उनका यह बयान ऐसे समय आया जब जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने हाल ही में पश्चिम बंगाल का दौरा कर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की और उन्हें कश्मीर आने का न्योता दिया था.
इस बीच नेशनल कॉन्फ्रेंस के वरिष्ठ नेता और प्रांतीय अध्यक्ष रतन लाल गुप्ता ने अधिकारी के बयान की निंदा करते हुए कहा, “कश्मीर हमेशा से हर धर्म के पर्यटकों का खुले दिल से स्वागत करता रहा है. धार्मिक जनसंख्या के आधार पर डर और नफरत फैलाना न केवल तथ्यात्मक रूप से गलत है बल्कि समाज में दरार पैदा करने वाला भी है.” उन्होंने लोगों से नफरत के इस एजेंडे को ठुकराने और एकता व आपसी सम्मान को अपनाने की अपील की.