Kedarnath Helicopter Case: कल सुबह केदारनाथ यात्रा मार्ग पर हुए हेलीकॉप्टर हादसे में आर्यन एविएशन कंपनी के हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने से 7 लोगों की मौत हो गई थी, मरने वालों में पायलट समेत एक दो साल की मासूम बच्ची भी शामिल थी, अब इस हादसे को लेकर बड़ा प्रशासन ने कड़ा कदम उठाया है, प्रशासन के द्वारा कंपनी के मैनेजर विकास तोमर और एकाउंटेबल मैनेजर कौशिक पाठक के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज की गई है,
फाटा क्षेत्र के पटवारी ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कराई है , तहरीर के आधार पर कोतवाली सोनप्रयाग में मामला दर्ज किया गया है, एफआईआर में आरोप है कि आर्यन एविएशन कंपनी ने DGCA और UCADA द्वारा बनाई गई SOP पालन नहीं किया ओर उसका उल्लंघन किया है जिस कारण ये हादसा हुआ है.
कंपनी ने तोड़ा नियमवहीं हादसे का वक्त भी शक के घेरे में है, प्रशासन के अनुसार कंपनी को हेलीकॉप्टर उड़ान के लिए सुबह 6 बजे से 7 बजे तक का स्लॉट आवंटित किया गया था ,जबकि ये हादसा शुभ साढ़े 5 बजे गौरीकुंड के ऊपर स्थित गौरीमाई खर्क के जंगल क्षेत्र में हुआ, इसका मतलब कंपनी ने स्लॉट से पूर्व उड़ान भरकर नियमों को तोड़ा है.
सबसे बड़ा चिंताजनक बात यह है कि हादसे के समय मौसम खराब था घना कोहरा और बादल छाए हुए थे इसके बावजूद भी उड़ान भरी गई जो कि SOP के तहत उड़ान से पूर्व मौसम की जानकारी और उड़ने की इजाज़त लेना जरूरी होता है, मगर ऐसा नहीं किया गया,अधिकारियों पर आरोप है कि उनको सब मालूम था मौसम और समय सब कुछ फिर भी उन्होंने नियमों की अनदेखी की.
लापरवाही बरतने वालों पर मुकदमा दर्ज इस लापरवाही के लिए कंपनी के बेस मैनेजर विकास तोमर और एकाउंटेबल मैनेजर कौशिक पाठक को जिम्मेदार ठहराया गया है, रिपोर्ट में कहा गया है कि SOP का उल्लंघन और समय से पूर्व उड़ान भरना सीधे तौर पर यात्रियों की जान को खतरे में डालना था.
हादसे में मारे गए सात लोगों में एक मासूम बच्ची, पायलट और अन्य यात्री शामिल हैं प्रशासन का कहना है कि यह घटना लापरवाही का नतीजा भी हो सकती है SOP का उल्लंघन एक बड़ा अपराध है. इस मामले में कोतवाली सोनप्रयाग में मु.अ.सं. 28/2025 के अंतर्गत भारतीय न्याय संहिता 2023 की धारा 105 और वायुयान अधिनियम 1934 की धारा 10 के तहत अभियोग पंजीकृत किया गया है. अब यह मामला जांच के दायरे में आ चुका है और पुलिस व प्रशासन की संयुक्त टीमें आर्यन एविएशन की उड़ानों, दस्तावेजों और फ्लाईंग लॉग का परीक्षण कर रही हैं, DGCA और UCADA की टीमें भी अलग से तकनीकी जांच में जुट गई हैं.
सीएम धामी ने दिए थे जांच के निर्देशइस घटना के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को जांच के आदेश दिए थे मुख्यमंत्री धामी ने इस घटना के बाद सीधे तौर पर कहा है कि आने वाले समय में इस प्रकार की घटनाओं के लिए जो भी जिम्मेदार होगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए साथ ही हेली सेवा देने वाली कंपनियों को भी चेतावनी दी गई है.
वही इस घटना के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फोन के माध्यम से बात की और उनसे हादसे के बारे में जानकारी ली वही केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी सीएम पुष्कर सिंह धामी से बात की और हादसे को दुखद बताया है.
Kedarnath Helicopter Case: केदारनाथ हेलीकॉप्टर हादसे में लापरवाही पर आर्यन एविएशन के दो अधिकारियों पर सरकार का एक्शन
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