Khan Sir Exclusive: ’35 हजार से ज्यादा लोग रिसेप्शन में खा चुके, अभी और आएंगे’, पत्नी के घूंघट रखने पर क्या बोले खान सर?

by Carbonmedia
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Khan Sir Reception: शादी के बाद लगातार दावत दे रहे बिहार के चर्चित टीचर खान सर का आज तीसरा रिसेप्शन है. इसमें सिर्फ छात्रों को पार्टी दी गई है और 156 तरह की डिशें रखी गईं हैं. खान सर के मुताबिक़ अब तक 35000 से ज़्यादा लोग खाना खा चुके हैं और आगे भी रिसेप्शन की तारीख दे दी गई है.  
वहीं रिसेप्शन के दिन पत्नी के घूंघट रखने पर खान सर ने कहा कि ये निजी फ़ैसला था. हमारे गांवों में आज भी पर्दा प्रथा है. मैं पत्नी पर कोई व्यक्तिगत राय नहीं थोपता. पत्नी की तस्वीरे अलग-अलग तरीके से वायरल की गई. किसी और की भी पत्नी की तस्वीर मेरे साथ लगा दी गई. 
ईरान इजराइल जंग पर उन्होंने कहा कि इसमें सिर्फ अरब का फ़ायदा हुआ. अरब मंथरा की भूमिका में है. अरब चाहता है हमास को जानवरों की तरह मारा जाए. सब भारत को उम्मीद से देखते हैं. दोहा जिसे बचाना चाहिए वो अपना एयरबेस अमेरिका को दे रहा है. हमारे लिए फायदा सीजफायर में है.
वहीं ट्रम्प पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में कहा कि इतने पढ़े लिखे देश अमेरिका में ट्रम्प जीत कैसे गया. ट्रम्प की नीतियां भयावह हैं. ट्रम्प वहां नियो नेशनलिज्म बना रहा है. वो अलग अपने देश को विश्वगुरु बनाने की चाहत में है. ट्रम्प प्रो इसराइल है.
दलितों पर हो रहे अत्याचार पर कहा कि ये दुखद है. दलित या किसी के भी परिवार में जन्म लेना हमारी क़िस्मत है. हमारा फैसला नहीं. अगर मैं पाकिस्तान में जन्म लिया होता तो कहीं बॉम्ब फेंक रहा होता. किसी जाति में इतना योग्य किसी को पैदा नहीं किया जितने अंबेडकर साहब थे.
दलितों को अगर टाइटल से अत्याचार किया जा रहा है तो बड़ा बड़ा टाइटल लगा लीजिए आप भी. जो दलित या बैकवर्ड हैं, ये वो लोग हैं जो अब पढ़ाई कर रहे हैं ये फंसते हैं तो इन्हें बचाने वाला कोई नहीं है, जबकि जो अत्याचार करते हैं उनकी पांची छठी पीढ़ी है. लिहाजा इनके फंसने पर लाइन लग जाती है.
दामाद आयोग के सवाल पर कहा कि राजनीति में परिवारवाद है. इतना गंदा कर दिया है इन लोगों ने. मैं राजनीति में नहीं आ रहा हूं ये स्पष्ट है. एक दिन के लिए अगर सीएम बना तो चाहूंगा कि दफ़्तर के फाइलों को एक दिन में निपटारा हो सके, स्वास्थ्य सेवा में पीड़ितों की उसी दिन सुनवाई और सड़क पर किए गए अपराध की सजा सड़क पर सुनिश्चित हो. बिहार में इसरो के चेयरमैन भी मुखिया का चुनाव हार जाएंगे. दुर्भाग्य है कि किसान को अनाज की लाइन में लगा दिया. मछली को पानी दिया जा रहा है पीने को.

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