शिवसेना विधायक और मंत्री से जुड़ी एक के बाद एक हुई घटनाओं पर पार्टी के प्रमुख और महाराष्ट्र के उप-मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. शिंदे ने सोमवार को पार्टी विधायकों और मंत्रियों से कहा कि वे सार्वजनिक जीवन में अनुशासन का पालन करें तथा उन्हें कार्रवाई करने के लिए मजबूर न करें.
मुंबई में विधायक हॉस्टल में कथित रूप से ‘बासी भोजन’ परोसने पर शिवसेना के विधायक संजय गायकवाड़ द्वारा कैंटीन के एक कर्मचारी को थप्पड़ मारने की घटना के बाद शिंदे ने पार्टी की छवि को पहुंचे नुकसान को रोकने के मकसद से हस्तक्षेप किया.
शिंदे ने पार्टी की एक बैठक को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘सार्वजनिक जीवन अनुशासन की मांग करता है और हमें इसे बनाए रखना चाहिए. मैं आप सभी से अनुशासन और जवाबदेही की अपेक्षा करता हूं.’’
संजय शिरसाट का वीडियो हुआ था वायरल
गायकवाड़ से संबंधित घटना को लेकर आक्रोश शांत होने से पहले ही, शिवसेना मंत्री संजय शिरसाट का एक वीडियो प्रसारित हो गया, जिसमें वे एक कमरे में बैठे हुए हैं और उनके पास कथित रूप से नोटों के बंडलों से भरा एक बैग है. कुछ दिन पहले ही उन्हें कथित तौर पर उनकी घोषित संपत्ति में वृद्धि के लिए आयकर नोटिस मिला था.
शिरसाट ने नकदी की गड्डियों के आरोप को खारिज कर दिया था, जबकि गायकवाड़ अपनी बात पर अड़े रहे और कैंटीन कर्मचारी पर हमले को उचित ठहराया. दोनों घटनाओं से न केवल शिवसेना, बल्कि फडणवीस सरकार को भी शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा.
किसी बाहरी शक्ति के दबाव में आकर निर्णय न लें- एकनाथ शिंदे
बैठक को संबोधित करते हुए शिंदे ने विधायकों और मंत्रियों को आगाह किया कि वे किसी बाहरी प्रभाव या शक्ति के दबाव में आकर निर्णय न लें. उन्होंने कहा, “जनता के विरोध के कारण कुछ मंत्रियों को पद छोड़ना पड़ा. मैं अपने ही परिवार के सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई करना पसंद नहीं करता. लेकिन मुझे ऐसा करने के लिए मजबूर न करें.”
उन्होंने शिवसेना के अपने साथियों से कहा कि वे बेवजह के मुद्दों पर अपनी ऊर्जा बर्बाद न करें और कम बोलें और ज्यादा काम करें. शिंदे ने कहा, “मैं बॉस की तरह व्यवहार नहीं करता. मैं गुस्सा नहीं होता. मैं एक कार्यकर्ता की तरह काम करता हूं और उम्मीद करता हूं कि आप भी एक कार्यकर्ता की तरह व्यवहार करें.”
Maharashtra: एकनाथ शिंदे की शिवसेना नेताओं को चेतावनी, ‘अनुशासन का पालन करें, कार्रवाई के लिए मजबूर न करें’
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