Maharashtra Latest News: महाराष्ट्र से भ्रष्टाचार का एक नया मामला सामने आया है. भारतीय जनता पार्टी के विधायक सुरेश धस (Suresh Dhas) ने महाराष्ट्र के जेल विभाग के वरिष्ठ अधिकारी और विशेष पुलिस महानिरीक्षक जालिंदर सुपेकर पर बड़ा आरोप लगाया है. धस का दावा है कि उन्हें कुछ कैदियों की शिकायतें मिली हैं, जिनमें कहा गया है कि सुपेकर ने 300 करोड़ रुपये की मांग की थी.
इस आरोप के बाद से राजनीतिक और प्रशासनिक हलकों में हलचल मच गई है. धस का यह बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें वे सुपेकर के खिलाफ भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाते नजर आ रहे हैं.
धस की ओर से लगाए गए आरोपों के अनुसार, “सुपेकर एक लाख रुपये लेते हैं और 50 हजार रुपये का मोबाइल गिफ्ट के तौर पर लेते हैं. यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. मुझे उनके खिलाफ कई शिकायतें मिली हैं, जिनमें से एक में 300 करोड़ रुपये की उगाही की बात कही गई है.”
उन्होंने यह भी कहा कि जब कोई व्यक्ति अपने ही रिश्तेदार की बहू से पैसे मांगता है (इशारा वैष्णवी हगवणे मामले की ओर था), तो यह नैतिक पतन का प्रमाण है. वैष्णवी हगवणे ने पिछले महीने पुणे जिले में दहेज उत्पीड़न के चलते आत्महत्या कर ली थी.
सुपेकर ने आरोपों को किया खारिज
हालांकि, जब सुपेकर से इस मुद्दे पर संपर्क किया गया तो उन्होंने विधायक धस के आरोपों को पूरी तरह खारिज कर दिया. उन्होंने कहा, “यह सब निराधार, झूठ और बेमतलब है.” सुपेकर, जो वैष्णवी के पति शशांक (पूर्व NCP नेता राजेंद्र हगवणे के पुत्र) के चाचा हैं, पहले भी इस मामले में विवादों में घिर चुके हैं. धस ने राजेंद्र हगवणे और उनके परिवार की भी आलोचना करते हुए वैष्णवी की आत्महत्या के लिए उन्हें दोषी ठहराया.
बता दें कि हाल ही में जालिंदर सुपेकर को नासिक, छत्रपति संभाजीनगर और नागपुर जेल मंडलों के उपमहानिरीक्षक (DIG) के अतिरिक्त प्रभार से मुक्त कर दिया गया है. वे पहले पुणे मुख्यालय से महाराष्ट्र कारागार विभाग के विशेष पुलिस महानिरीक्षक के तौर पर कार्यरत थे. अब इस पूरे मामले ने राजनीतिक मोड़ ले लिया है, जिससे सुपेकर की भूमिका और उनकी जिम्मेदारियों पर सवाल उठ रहे हैं.