MP News: मध्य प्रदेश के बड़वानी जिले में एक रहस्यमयी जंगली जानवर के हमले से 6 लोगों की मौत और 17 लोग घायल होने की घटना से इलाके में सनसनी फैल गई है. यह हमला 5 मई को लिंबाई गांव और उसके आसपास के इलाकों में हुआ था, जब गर्मी के कारण लोग अपने घरों के बाहर सो रहे थे.
शुरुआत में लोगों ने लकड़बग्घा देखने का दावा किया था, लेकिन अब वन विभाग को शक है कि हमलावर जानवर गीदड़ हो सकता है. जांच में एक सूखे कुएं से एक मृत गीदड़ का शव बरामद हुआ है, जिससे इस बात की पुष्टि होती दिख रही है.
25 दिन पुराना मृत गीदड़ का मिला शव
बड़वानी के वन विभाग अधिकारी (DFO) आशीष बंसोड़ ने बताया कि मृत गीदड़ का शव करीब 25 दिन पुराना लग रहा है और संभवत: हमले के बाद गांव वालों ने उसकी पिछली टांगें बांधकर उसे कुएं में फेंक दिया था.
उन्होंने बताया कि शव के अंतिम संस्कार से पहले उसका सैंपल लिया गया है, जिसे जबलपुर स्थित नानाजी देशमुख पशु चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय भेजा जाएगा, ताकि यह पता चल सके कि गीदड़ को रेबीज था या नहीं.
वहीं, वन रेंज अधिकारी विकास जामरे ने बताया कि घटना के समय इलाके में लकड़बग्घा देखे जाने की सूचना भी मिली थी, जिससे पशु की पहचान को लेकर असमंजस बना हुआ है.
स्वास्थ्य विभाग ने क्या बताया?
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, सभी 17 घायलों को रेबीज रोधी वैक्सीन दी गई थी. इसके बावजूद 23 मई से 2 जून के बीच 6 लोगों की मौत हो गई. मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सुरेखा जामरे ने बताया कि एक घायल 35 वर्षीय व्यक्ति जिला अस्पताल में भर्ती है और अब स्थिर हालत में है. सभी अन्य घायलों की निगरानी की जा रही है.
सुरेखा जामरे ने बताया कि मृतकों में से एक के मस्तिष्क ऊतक और जीवित मरीजों के लार के नमूने पुणे की राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान (NIV) भेजे गए हैं, ताकि रेबीज संक्रमण की पुष्टि की जा सके. इंदौर के महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. अरविंद घनघोरिया ने भी पुष्टि की है कि मौतों के पीछे रेबीज हो सकता है, जिसके लिए दिल्ली की एक प्रयोगशाला में परीक्षण किया जा रहा है.
मृतकों के परिजनों को आर्थिक सहायता का ऐलान
राज्य सरकार ने मृतकों के परिजनों को 8-8 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी है. मुख्यमंत्री मोहन यादव ने पीड़ित परिवारों से फोन पर बात कर हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है. खंडवा-बड़वानी लोकसभा सांसद गजेंद्र सिंह पटेल, राज्यसभा सांसद सुमेर सिंह सोलंकी और अन्य बीजेपी नेता लिंबाई गांव पहुंचे और पीड़ित परिवारों से मुलाकात की.
हालांकि, जानवर की असली पहचान और उसकी बीमारी की स्थिति की पुष्टि अब भी रिपोर्ट पर निर्भर है, लेकिन इस घटना ने ग्रामीणों में भय और चिंता की लहर जरूर पैदा कर दी है.