सीकर शहर में रहने वाली एक 20 साल की युवती नीट परीक्षा में नंबर कम आने पर 1 महीने पहले घर छोड़कर बिना बताए चली गई। एक महीने बाद अब पुलिस ने उसे अमृतसर से दस्तयाब कर लिया है। युवती को परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया है। मामला सीकर के उद्योग नगर थाना इलाके का है। युवती पिछले करीब तीन-चार साल से सीकर में नीट परीक्षा की तैयारी कर रही थी। इस बार रिजल्ट में नंबर कम आने पर उसने सोचा कि घरवाले उसे डांटेंगे। उसने घरवालों को कह दिया कि उसके नंबर अच्छे आए हैं। जुलाई महीने में जब काउंसलिंग का समय आया तो युवती को लगा कि अब जब उसे कॉलेज नहीं मिलेगी तब घरवालों को पता लग जाएगा कि उसके नंबर कमाए हैं। ऐसे में 25 जुलाई की सुबह करीब 6:15 बजे युवती घर से बिना बताए चली गई। वह सीधे सीकर के रेलवे स्टेशन पर गई। यहां से उसने रेवाड़ी जाने वाली ट्रेन पकड़ी। रेवाड़ी स्टेशन पर वह 3 से 4 घंटे रुकी। इसके बाद उसने रेवाड़ी स्टेशन से दिल्ली जाने वाली ट्रेन ली। दिल्ली स्टेशन पहुंचकर युवती सीधे हरिद्वार चली गई। हरिद्वार में वह 3 से 4 दिन तक रुकी। यहां उसने लोगों को तिलक लगाने का काम किया। तिलक लगाने से उसे जो पैसे मिले उससे उसने पहनने के लिए नए कपड़े खरीदे। हरिद्वार से युवती पठानकोट चली गई। पठानकोट में उसने सुना कि अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में मुफ्त में खाना मिलता है। ऐसे में ट्रेन के जरिए वह युवती अमृतसर के स्वर्ण मंदिर चली गई। वहां उसने लंगर में सेवा की और वही खाना खाया। 29 अगस्त की रात करीब 8:30 बजे उसने वहां किसी का मोबाइल मांगकर अपने पिता को कॉल किया। और कहा कि वह घर नहीं आना चाहती। ऐसे में पुलिस ने उस मोबाइल नंबर को ट्रेस करके लोकेशन निकाली। इसके बाद पुलिस टीम अमृतसर पहुंची और वहां से युवती को दस्तयाब कर लिया गया। जैसे ही परिजनों ने जुलाई में युवती के परिजनों ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दी। उसके बाद से सीकर पुलिस भी लगातार मामले में एक्टिव रही। उद्योग नगर पुलिस थाने के हेड कांस्टेबल धर्मेंद्र और हेड कांस्टेबल चंद्रकला ने सीकर, रेवाड़ी और अन्य इलाकों में सैंकड़ों सीसीटीवी कैमरों के फुटेज चेक किए। पुलिस टीम लगातार पीछे लगी रही। युवती के द्वारा जब पिता को कॉल किया गया तो उसकी लोकेशन के जरिए पुलिस उस तक पहुंची। पुलिस ने युवती को उसके परिजनों को सुपुर्द कर दिया है। पुलिस के मुताबिक युवती कई दिन बिना नहाए रही। कई बार तो उसने लोगों से पैसे मांगकर अपना पेट भरा। मामले में सीकर एसपी प्रवीण नायक नुनावत का कहना है कि युवती को अमृतसर से दस्तयाब कर लिया गया है। सीकर एसपी ने आमजन से अपील की है कि यदि उनके बच्चे के किसी परीक्षा में नंबर कम आते हैं तो उन्हें डाटे नहीं। बल्कि उन्हें मोटिवेट करें जिससे कि वह अगली बार और बेहतर कर सके। जीवन की परीक्षा सबसे बड़ी है।
NEET में नंबर कम आए तो घर छोड़ गई युवती:1 महीने बाद अमृतसर से पुलिस ने दस्तयाब किया, स्वर्ण मंदिर में लंगर में सेवा करके खाना खाया
4