खालिस्तान समर्थक व खडूर साहिब से सांसद अमृतपाल सिंह जल्द ही उस पर लगाई गई नेशनल सिक्योरिटी एक्ट (NSA) के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का रुख करने वाला है। अमृतपाल के वकीलों का दल बीते दिन असम की डिब्रुगढ़ जेल में मिलने के लिए पहुंचा। जहां सुप्रीम कोर्ट में केस दाखिल करने के लिए सभी फॉर्मेलिटीज को पूरा कर लिया गया है। डिब्रूगढ़ जेल पहुंचे अमृतपाल के वकील ईमान सिंह खारा ने जानकारी दी कि वह अमृतपाल सिंह से मिलने के लिए असम पहुंचे थे। जहां उनकी मुलाकात अमृतपाल सिंह से हुई है। अमृतपाल सिंह उन पर तीसरी बार लगाई गई NSA को चुनौती देने वाले हैं। जल्द ही एप्लिकेशन सुप्रीम कोर्ट में दाखिल कर दी जाएगी। अमृतपाल सिंह से संबंधित कुछ डॉक्यूमेंट पूरे करने थे, जिन्हें पूरा कर लिया गया है। जल्द ही अमृतपाल सिंह अब NSA के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का रुख करने वाले हैं। जेल से भेजा समर्थकों को संदेश अमृतपाल सिंह ने अपने वकीलों की मदद से अपने समर्थकों के लिए भी संदेश भेजा है। एडवोकेट इमान सिंह खारा ने जानकारी दी कि अमृपताल सिंह ने संदेश में सरकार की तरफ से किए जा रहे झूठे प्रचार की तरफ ध्यान ना देने की बात कही है। अमृतपाल सिंह की पार्टी अकाली दल वारिस पंजाब दे के साथ अधिक से अधिक जुड़ने का संदेश जेल से भेजा है। तीसरी बार अमृतपाल पर लगाया गया एनएसए अमृतपाल सिंह पर तीसरी बार एनएसए लगाया गया है। अमृतपाल सिंह के साथ उसके 9 अन्य साथी दो साल साथ रहे। लेकिन इस बार सभी 9 साथियों का NSA तो खत्म कर दिया गया, लेकिन सिर्फ अमृतपाल सिंह पर NSA एक और साल के लिए बढ़ा दिया गया। अप्रैल 2023 से हिरासत में है अमृतपाल
अमृतपाल सिंह को 23 अप्रैल 2023 से हिरासत में है। उसकी गिरफ्तारी के तुरंत बाद ही उस पर एनएसए लगा दिया गया था और उसे असम की डिब्रूगढ़ जेल में भेज दिया गया था। सरकार ने उसकी गतिविधियों को राज्य की सुरक्षा के लिए खतरा बताते हुए एनएसए लगाया था। जिसे समय-समय पर दो साल तक बढ़ाया गया। लेकिन इस बार उसके साथियों को तो पंजाब लाया गया, लेकिन वे अभी तक डिब्रूगढ़ जेल में ही है। अमृतपाल को जरनैल सिंह भिंडरांवाले के गांव से किया था गिरफ्तार 1. पुलिस ने 18 मार्च 2023 को पीछा शुरू किया 18 मार्च 2023 सुबह तकरीबन 11:15 बजे के करीब पुलिस ने प्लानिंग के अनुसार अमृतपाल की मर्सिडीज कार का पीछा शुरू किया। अमृतपाल को इसकी भनक लग चुकी थी। अमृतपाल ने अपनी मर्सिडीज शाहकोट-मोगा हाईवे पर बाजवा कलां गांव के पास बने फ्लाईओवर के नीचे छोड़ दी। मर्सिडीज को चाचा और ड्राइवर ले गए। इसके बाद वह एक ब्रेजा कार में बैठ भाग गया। 2. मर्सिडीज चाचा ले गया, अमृतपाल ब्रेजा में सवार हो गया ब्रेजा में अमृतपाल के ही एक शागिर्द मनप्रीत ने उसे दादोवाल गांव तक पहुंचाया। वहां उसने नशा मुक्ति केंद्र में युवकों से कपड़े लिए। इसके बाद मनप्रीत उसे नंगल अंबिया गांव में बने गुरुद्वारे में ले गया। यह ब्रेजा कार किसी और की नहीं, अमृतपाल के ही मीडिया एडवाइजर पपलप्रीत सिंह की थी। 3. गुरुद्वारे में ग्रंथी को बनाया बंधक पुलिस के अनुसार अमृतपाल और उसके साथी गांव नंगल अंबिया के गुरुद्वारा में पहुंचे। यहां ग्रंथी को हथियारों के बल पर बंधक बनाया गया। एक घंटा वे यहां रुके। अमृतपाल ने खाना खाया, कपड़े बदले और अपना हुलिया भी बदला। 4. फोन पर हरियाणा के रेवाड़ी में बातचीत अमृतपाल सिंह के साथी गुरुद्वारा में उसे भगाने की प्लानिंग कर रहे थे। उसके साथियों ने हरियाणा के रेवाड़ी में किसी से बातचीत की। इसके बाद कार में ही वह गांव के एक स्मारक के पास पहुंचा। जहां दो बाइक पर तीन युवक पहले से ही उसका इंतजार कर रहे थे। यहां मनप्रीत ब्रेजा लेकर अपने घर पहुंच गया और अमृतपाल बाइक पर भाग गया। 5. मोगा के गांव रोडे से गिरफ्तारी वारिस पंजाब दे के प्रमुख अमृतपाल सिंह को पंजाब पुलिस ने 36 दिन की फरारी के बाद 22 अप्रैल 2023 को मोगा जिले में रोडे गांव के गुरुद्वारे से रविवार सुबह 6 बजकर 45 मिनट पर अरेस्ट कर लिया गया। ये जरनैल सिंह भिंडरांवाला का गांव है। इसके बाद पंजाब पुलिस उसे बठिंडा के एयरफोर्स स्टेशन ले गई, जहां से वे डिब्रूगढ़ जेल में शिफ्ट किया गया। उप-चुनाव की तैयारी कर रही अमृतपाल की पार्टी परिवार के अनुसार अमृतपाल को जेल से बाहर लाने के लिए संगत ने फैसला लिया कि उन्हें लोकसभा चुनाव 2024 लड़वाया जाए। अमृतपाल इसके लिए राजी नहीं थे, तब माता-पिता और वकील ने जेल में जाकर उन्हें मनाया। चुनाव का कैंपेन भी पिता तरसेम सिंह ने ही संभाला। रिजल्ट आया, तो अमृतपाल 1.97 लाख वोट से जीत गया। जिसके बाद इस साल की शुरुआत में अमृतपाल सिंह के पिता तरसेम सिंह व सांसद सर्बजीत सिंह खालसा ने अकाली दल वारिस पंजाब दे के नाम से पार्टी की घोषणा की। इतना ही नहीं, बीते माह ही पार्टी ने ऐलान भी किया कि पार्टी तरनतारन में होने जा रहे उप-चुनाव में अपना उम्मीदवार उतारेगी। 2027 विधानसभा चुनावों के लिए सीएम कैंडिडेट है अमृतपाल पंजाब के खालिस्तान समर्थक सांसद अमृतपाल की नई पार्टी का ऐलान 14 जनवरी को माघ मेले के दौरान किया गया। इसका नाम ‘अकाली दल वारिस पंजाब दे’ रखा गया। पार्टी का अध्यक्ष असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद सांसद अमृतपाल को बनाया गया है। अध्यक्ष अमृतपाल के जेल में होने के कारण पार्टी को चलाने के लिए कमेटी बनाई गई है। जिसने पंजाब में मैंबरशिप ड्राइव को शुरू भी कर दिया है। इतना ही नहीं, कुछ दिन पहले ही अमृतपाल सिंह की इस पार्टी ने उसे 2027 विधानसभा चुनावों के लिए मुख्यमंत्री कैंडिडेट भी ऐलान दिया है।
NSA को जल्द चुनौती देगा खालिस्तान समर्थक अमृतपाल:असम जेल में वकीलों से की मुलाकात, फार्मेलिटीज की पूरी; प्रशंसकों को कहा- पार्टी से जुड़ो
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